उदयपुर,09 सितंबर 2022 : उदयपुर में मानूसन की मेहर के बाद सभी झीलें तरबतर है और पानी का स्टॉक भी पूरा है। ऐसे में जल संसाधन विभाग की लापरवाही सामने आ रही है। फिलहाल उदयपुर की फतहसागर झील से भारी मात्रा में पानी लिंक नहर से पीछोला में जा रहा है और किवाड़ के खराब होने की बात कहीं जा रही है। इस पर संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ झील प्रेमी और पुर्व सदस्य झील विकास प्राधिकरण तेज शंकर पालीवाल ने पत्र लिख कर UIT सचिव को किवाड़ की खामी के कारण बहते जल को रोकने के लिए मिट्टी के कट्टे डालने को कहा है।
पत्र लिख कर तेज शंकर पालीवाल ने कहा-
फतह सागर तालाब के पिछोला तरफ वाले किवाड से भी भारी मात्रा में पानी स्वरुप सागर तालाब की ओर तेजी से जा रहा है। मैं वर्षो से लिंक नहर पर गंभीरता से ध्यान रखता आया हूँ।मैंने पहले इस तरह पानी का बहाव नहीं देखा है, तकनीकी दोष हो सकता है। पर जल संसाधन विभाग है कि मानता ही नहीं है। अभी पिछोला तालाब में पानी की आवक हो रही है और फतह सागर तालाब में मदार नहर का पानी नही आ रहा है। फतह सागर तालाब से तेजी से पानी पिछोला तालाब में जा रहा है। बह रहे पानी को स्वरुप सागर तालाब के किवाड़ से बाहर निकाला जा रहा है।आज तालाब का जल स्तर 11 फीट के आस पास है। तालाब के भरे हुई स्थिति में पानी का बहाव गुब्बारे की तरह फूट रहा है, जो चिंता जनक है। यदि किवाड मे कोई तकनीकी दोष हो सकता तो फतह सागर तालाब की तरफ मिट्टी के बोरे डाल कर फतह सागर से स्वरुप सागर तालाब मे जा रहे तालाब के पानी को रोकना चाहिए। यदि किवाड में कोई खराबी नही है तो तो फतह सागर तालाब का झरना चलाना चाहिए ताकि लोगों को आनंद आये।
इस जगह को मे निरंतर निगरानी रख रहा हूँ । पहले कभी ऐसे पानी का बहाव नही देखा गया है। अभी आज साँय काल का वीडियो भी भेज रहा हूँ।