उदयपुर के 3 बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों और उनके सहयोगियों के ठिकानों-घरों पर आयकर विभाग की कार्रवाई चौथे दिन रविवार को भी जारी रही। टीमों को तीनों रियल एस्टेट कंपनियों व इनके सहयोगियों के दफ्तर-घरों से करीब 70 करोड़ की अघोषित संपत्ति मिली है। तीनों कम्पनियों से अभी तक 70 करोड़ की अघोषित आय का पता चला है। आयकर टीम ने 6 किलो सोना, 90 किलो चांदी और ढाई करोड़ रुपए कब्जे में लिए हैं। तीनों कम्पनियों के 30 बैंक लॉकर का पता चला था, जिसमें यह सारी सम्पत्ति मिली। अभी तीन बैंक लॉकर की जांच होनी बाकी है। अभी तक मिले सोना चांदी और नकदी के साथ ही दस्तावेजों की जांच जारी है।हालांकि इस संबंध में आयकर विभाग अभी कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
200 अधिकारी,100 पुलिसकर्मी और 40 टीम लगी थी छापे में
सूत्रों के अनुसार विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों व 100 से अधिक पुलिसकर्मियों की 40 टीमों ने चौथे दिन आर्ची ग्रुप ऑफ बिल्डर्स, मीनाक्षी प्राइम प्रोपर्टी एंड फिनलीज, होटल व खनन कंपनी बुला कंस्ट्रक्शन के 40 से अधिक ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। इनके सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापे मारे गए।
चौथे दिन 20 में से 17 बैंक लॉकर खोले गए। इनमें से 70 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति सामने आई है। इसमें 6 किलो सोना, 90 किलो चांदी और 2.5 करोड़ कैश शामिल है। कारोबारियों में आर्ची ग्रुप के निदेशक ऋषभ भाणावत, मीनाक्षी प्राइम प्रॉपर्टी के निदेशक शांतिलाल जैन और बुला कंस्ट्रक्शन के निदेशक नरेश बुला शामिल हैं। अभी भी करीब एक दर्जन लॉकरों की जांच बाकी है। पहले खोले गए लॉकरों में भी जेवर मिले थे।
ज्ञातव्य है कि शहर में रियल एस्टेट कम्पनियों पर आयकर छापे की कार्रवाई गुरुवार को शुरू हुई थी। तीन कम्पनियों के 30 ठिकानों पर चली कार्रवाई में दूसरे दिन सवा 3 करोड़ नगद ,10 किलो सोने के जेवर 95 किलो चांदी और करोड़ों रुपए बेनामी सम्पत्ति के दस्तावेज मिले थे। तीनों ग्रुप के निदेशकों के 30 लॉकर भी होना सामने आया। दस लॉकर शुक्रवार को खोले गए, जबकि 20 लॉकर खोलने की कार्रवाई शनिवार-रविवार को हुई। जांच में पाया गया कि एक गुप के 7 प्रोजेक्ट, दूसरे के 2 प्रोजेक्ट और तीसरे के कई जगह प्लॉट प्लानिंग के दस्तावेज मिले। तीनों समूहों में निवेश करने वाले तीन फाइनेंसर भी सामने आए हैं।