उदयपुर सहित भारत के कई शहरों में ऑनलाइन जिस्मफरोशी का धँधा कई सालों से फल फूल रहा है। उदयपुर शहर में इन दिनों जिस्मफरोशी का गोरखधंधा ऑनलाइन होने के साथ एक नया रूप ले चुका है। अब ग्राहकों के लिए फेसबुक, ट्विटर पर उदयपुर एस्कार्ट नाम से या मिलते जुलते पेज दिखायी देते हैं। पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी इन साइट्स से नंबर लेकर इनकी सर्विसेज ले रहे हैं।
उदयपुर की सवीना थाना पुलिस ने ऐसे ही एक मामलें में कार्रवाई करते हुए आनलाइन देह व्यापार में लिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मामले में हिरणमगरी थाने के एएसआई हमेर लाल को सूचना मिली कि सवीना थाना इलाके में एक युवक आनलाइन देह व्यापार में लिप्त है और लोगों को फसाने का काम कर रहा है। एएसआई ने इसकी सूचना सवीना पुलिस को सूचना दी।
सवीना थाना पुलिस की ओर से जांच सामने आई है । पुलिस को सूचना मिली कि गूगल पर सर्च करने पर उदयपुर क्वीन हाईक्लास एस्कॉर्ट सर्विस की वेबसाइट खुलती है और इस पर युवतियों के फोटो और जानकारी अपलोड की गई है । जिन्हें देह व्यापार के लिए उपलब्ध कराया जाता है। वेबसाइट पर आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर भी दे रखा है जिससे लोग संपर्क कर सकें । इस पर हिरण मगरी पुलिस ने सवीना खेडा सर्कल श्रीराम अपार्टमेंट निवासी हितेश पुत्र राजेश उदासी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया पूछताछ में बताया गया है कि उसके नाम से ब्रिज अलिया सिन्हा उदयपुर क्वीन नामक वेबसाइट है।
पुलिस कार्यवाही करते हुए सब सिटी सेंटर मौके पर पहुंची और आरोपी हितेश उदासी उर्फ राहुल से पूछताछ करते हुए उसका मोबाइल चेक किया ।इस दौरान मोबाइल में इस तरह के कई नामों की वेबसाइट के सूत्र पाए गए। जिसमें उदयपुर एस्कोर्ट, उदयपुर क्वीन सहित कई वेबसाइट इसके नाम से चल रही थी। जिससे यह ग्राहकों को लड़कियों के फोटो बताकर देह व्यापार का धंधा करता था। सवीना पुलिस ने आरोपी हितेश को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 3 दिन का रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपी ने वेबसाइट पर युवतियों का लाखों रुपए का पैकेज भी बता रखा है। यह भी बताया गया है कि युवती को शहर के किसी भी होटल में उपलब्ध कराया जा सकता है। आरोपी के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के बाद व्हाट्सएप पर सौदेबाजी की जाती है। पुलिस के अनुसार आरोपी हितेश उदासी का एस्कॉर्ट सर्विस उपलब्ध करवाने में 20% का कमीशन शामिल है। वेबसाइट दिल्ली की किसी कंपनी से संबंधित है। वेबसाइट को मेंटेन करने के लिए प्रतिमाह 50 से 60,000 कंपनी को भुगतान किया जाता है।
फेसबुक के अलावा ट्विटर अकाउंट पर भी उदयपुर एस्कॉर्ट से संबंधित तीन अकाउंट चल रहे हैं और एक वेबसाइट भी है। इसके संचालक उदयपुर, जयपुर, अहमदाबाद, जोधपुर, दिल्ली में जिस्मफरोशी की ऑनलाइन डीलिंग करते हैं।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कई मोबाइल नंबर की लिस्ट तैयार की ,जिन्होंने ये साइट डवलप की और वे मोबाइल नंबर जो आईडी और पेज पर संपर्क करने के लिए डाले गए हैं। पुलिस उन लोगों की पड़ताल भी कर रही है, जिन्होंने इस साइट पर आकर सर्विस की डिमांड की है। पुलिस इससे संबंधित सभी अकाउंट बंद कर रही है।