उदयपुर। नगर निगम द्वारा शहर में पिछले कई दिनों से अतिक्रमण को लेकर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही है, इसी के साथ-साथ अब नगरीय विकास कर वसूली को लेकर भी निगम लगातार सख्त होता जा रहा है। निगम आयुक्त के निर्देश पर प्रतिदिन बड़ी-बड़ी इमारत को सीज करने की कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते शनिवार को भी निगम द्वारा दो बड़ी संपत्ति को सीज किया गया।
नगर निगम राजस्व अधिकारी नितेश भटनागर ने बताया कि आयुक्त राम प्रकाश के निर्देश पर नगरीय विकास कर वसूलने को लेकर शनिवार को भी बड़ी कार्यवाही की गई। शनिवार को हरीश चन्द्र अग्रवाल की सुन्दरवास मेन रोड स्थित संपती जिसमे 56 दुकानें बनी हुई है और बसंत बाखलिया की झामर कोटड़ा रोड स्तिथ क्लासिक सर्विस सेंटर को नगरीय विकास कर जमा नहीं करने पर सीज करने की कार्यवाही की गई। निगम ने नोटिस में अंकित किया की नगरीय विकास एंव स्वायत शासन विभाग की अधिसूचना क्रमांक 5513 दिनांक 29.00.2007 एंव अधिसूचना क्रमांक 8884 व 9356 दिनांक 24.08.2016 के तहत के वर्ष 2007 से 2023 तक उक्त संपत्ति का नगरीय विकास कर की पूरी रकम बकाया है। संबंधित द्वारा टैक्स बकाया रहने के लिए कोई संतोषप्रद का कारण भी नही बताया गया है। फर्म से कुल बकाया का नोटिस भी तामिल करवाया जा चुका था। सभी कार्यवाही पूरी करने के उपरांत निगम ने कार्यवाही करते हुए राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा की उपबंधो के अधिन यू डी टैक्स की वसूली की पूर्ती हेतु दोनो संपति को सीज करने की कार्यवाही की गई।