उदयपुर 26 दिसंबर 2021: उदयपुर शहर में 25 दिसंबर 2021 के दिन कोरोनावायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित 3 मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें सबसे डरावनी बात यह है कि 73 वर्षीय वृद्ध जो ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं, उनकी कोई कांटेक्ट हिस्ट्री नहीं थी और न नहीं ही कोई ट्रैवेल हिस्ट्री। इसका सीधा मतलब यह है कि यह वृद्धि किसी भी बाहर से लौटे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं और स्थानीय स्तर पर इन्हें संक्रमण हुआ है । मतलब यह है की कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अब उदयपुर में संक्रमण फैला रहा है ।
आपको बताते चलें कि ओमिक्रोन संक्रमण अपने समकक्ष कोरोना वेरिएंट्स की तुलना में 25 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है । ऐसे में ,हमें अभी तक यह पता नहीं चल पा रहा है कि उदयपुर में ओमीक्रोन वायरस का ओरिजन कहां से हुआ? इसका साफ मतलब है कि कहीं ना कहीं उदयपुर में ओमिक्रोन संक्रमण वायरस दौड़ रहा है जिससे संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है।
ऐसे में जब उदयपुर में ओमिक्रोन मरीजों की पुष्टि हुई तो स्थानीय प्रशासन ने भीड़ पर लगाम कसने के लिए आनन-फानन में कोई भी कदम और फैसले लेने की जहमत अभी तक नहीं उठायी हैं । जहां बीती रात तक क्रिसमस की ढेरों पार्टियां उदयपुर में आयोजित की गयी, जिसमें भीड़ का जमावड़ा देखने लायक था, वही पर्यटक स्थलों पर लोग प्रोटोकॉल की पालना किए बिना इधर-उधर घूम रहे हैं और अगर इनमें से कोई भी पर्यटक या स्थानीय व्यक्ति ओमीक्रोन से संक्रमित होता है तो निश्चित तौर पर यह पर्यटक अपने जिलों में ओमिक्रोन वायरस संक्रमण को साथ ले जाएंगे और न केवल अपने परिवार बल्कि अपने जिले- शहर को भी ओमिक्रोन वायरस से संक्रमित कर देंगे । वहीं दूसरी ओर शहर के कई पर्यटक स्थलों पर अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है,जिस पर प्रशासन नियंत्रण करता दिखाई नहीं दे रहा है। ना ढंग से मास्क पहने जा रहे हैं ,नहीं अन्य प्रोटोकॉल की पालना की जा रही है।
इसी दौरान स्थानीय प्रशासन ने शिल्पग्राम में चलने वाला शिल्पग्राम उत्सव पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है। आपको बताते चलें कि प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक और स्थानीय लोग शिल्पग्राम मेले में जाकर आनंद लेते हैं।
लेकिन ओमिक्रोन की एंट्री के बाद स्थानीय प्रशासन ने इस मेले के संदर्भ में अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है ,जो कि यह दर्शाता है कि या तो ओमिक्रोन संक्रमण की भयावहता का अंदाजा स्थानीय प्रशासन को नहीं है या अब उदयपुर का स्थानीय प्रशासन किसी भी फैसले को लेने के लिए अधिकृत नहीं है और राजधानी जयपुर के आशीर्वाद रूपी निर्देशों का इंतजार कर रहा है। लेकिन ऐसी परिस्थिति में जब संक्रमण उदयपुर शहर में फैल रहा है ,स्थानीय प्रशासन और मुख्य अधिकारियों द्वारा संक्रमण रोकने के लिए अभी तक कोई फैसला लिया नहीं जाना उनकी लापरवाही को दर्शाता है।