उदयपुर। नगर निगम एवं उदयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड द्वारा शहर में संचालित सिटी बसें रविवार रात्रि बस परिचालक पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में सोमवार को आधे दिन बंद रही। नगर निगम प्रशासन के हस्तक्षेप एवं पुलिस द्वारा जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करने के पश्चात बसों का संचालन फिर से शुरू करवाया गया।
नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि रविवार रात्रि करीब 8:00 बजे सूरजपोल चौराहे के पास ऑटो में बैठी हुई सवारी सिटी बस आने के पर ऑटो से उतर कर सिटी बस में चढ़ गई, इस पर ऑटो चालक सवारी को सिटी बस से वापस नीचे उतारने की जिद करने लगा और परिचालक के साथ गली गलोच करते हुए उनसे सवारी को बस से सवारी उतारने की जिद करने लगा। ऑटो चालक को परिचालक से सहयोग नहीं मिला तो आवेश में आकर परिचालक पर जानलेवा हमला कर दिया। ऑटो चालक द्वारा किए आकाश्मिक हमले में बस परिचालक गंभीर घायल हो गया। जिसको इलाज हेतु तुरंत महाराणा भुपाल चिकित्सालय लेजाया गया जहा परिचालक के सर में गंभीर चोट आई है, इसके उपरांत जब सिटी बस चालक द्वारा बस को सुरजपोल से बस डिपो ले जाया जा रहा था तो ऑटो चालको द्वारा हिरण मगरी थाना क्षेत्र में एक बार फिर बस पर हमला किया गया और बस में जमकर तोड़फोड़ की गई। रविवार को हुए इस पूरे घटनाक्रम के विरोध में सभी सिटी बस चालको एवं परिचालकों ने सोमवार सुबह से ही बस नहीं चलाने का निर्णय लेकर चक्का जाम कर दिया। बस चालक इस बात को लेकर काफी खफा थे की हिरणमगरी पुलिस थाना द्वारा ऑटो चालको से परिवाद लेकर बस चालक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर दी, लेकिन पुलिस थाने में बस में हुई तोड़फोड़ की एफ आई आर दर्ज नहीं की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए महापौर एवं यूसीटीएसल चेयरमैन गोविंद सिंह टाक, उदयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विससेज लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत के निर्देश पर गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी, यूसीटीएसएल के प्रभारी अधिकारी लखन लाल बैरवा, निगम पुलिस निरीक्षक मांगी लाल डांगी आदि सवीना स्थित सिटी बस डिपो पहुंचे। सविना डिपो पहुंच कर इनके द्वारा काफी देर तक सौहार्दपूर्ण माहौल में वार्ता की गई लेकिन चालक परिचालक बस संचालन को लेकर सहमत नहीं हुए। इस पर समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी द्वारा सूरजपोल पुलिस थाने में ऑटो चालकों के खिलाफ जानलेवा हमला करने उनकी जल्द गिरफ्तारी करने एवं हिरणमगरी थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के साथ ही सिटी बस चालको एवं परिचालकों की सुरक्षा हेतु आश्वस्त किया गया। इसके पश्चात चालक परिचालक फिर से बस सेवा शुरू करने को लेकर राजी हुए।
शहरवासी रहे परेशान
नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि सोमवार सवेरे से ही सिटी बस संचालन को लेकर असमंजस की स्थिति रही। प्रातः 6:00 बजे से ही यात्री सिटी बसों के माध्यम से अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं लेकिन जानलेवा हमले के कारण बस चालक परिचालक द्वारा संचालन का बहिष्कार किया गया था जिससे शहर वासियों को खासी परेशानी हुई। यूसीटीएसल चेयरमैन गोविंद सिंह टाक, एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी वासुदेव मालावत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही की जिससे बसों का संचालन दोपहर बाद फिर से प्रारंभ हो सका।
महापौर - उपमहापौर ने मांगा जनता से सहयोग
नगर निगम गैराज समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि रविवार को हुआ घटनाक्रम अत्यंत खेद जनक है। सिटी बस में बैठे हुए व्यक्ति को बस परिचालक जबरदस्ती नहीं उतार सकता है। शहर का नागरिक किस साधन से यात्रा करेगा यह वो स्वयं तय करता है। कोई भी ऑटो चालक या बस चालक किसी भी सवारी के साथ जबरदस्ती नहीं कर सकता है। महापौर गोविंद सिंह टाक, उपमहापौर पारस सिंघवी ने सभी को आश्वस्त किया है कि शहर में वातावरण नहीं बिगड़े इसको लेकर निगम द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी जिसमें सभी शहर वासियों का सहयोग अपेक्षित है।