उदयपुर, 22 नवम्बर 2022 : राजस्थान की उदयपुर पुलिस ने मंगलवार को उदयपुर की गोगुन्दा तहसील में हुए युवक-युवती के वीभत्स हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक तांत्रिक को गिरफ्तार कर दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। गोगुंदा थाना क्षेत्र के केलाबावड़ी के जंगलों में 18 नवंबर को सरकारी अध्यापक और उसकी महिला मित्र के निर्वस्त्र शव पाये गये थे। उदयपुर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि दोनों ही शादीशुदा थे और मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा था। शवों के मिलने के बाद करीब 50 जगहों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया एवं 200 लोगों से पूछताछ की गई। यह खुलासा किसी आम हत्याकांड जैसा नहीं है। जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वह चौंकाने वाले हैं।
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा पाया गया। पता चला है कि तांत्रिक ने हत्या के लिए चाकू का तो इस्तेमाल तो किया ही गया है, साथ ही तांत्रिक ने फेवीक्विक का भी प्रयोग किया था। फिलहाल, पुलिस ने 52 वर्षीय आरोपी भालेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गयी है।
पुलिस ने जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध तांत्रिक भालेश कुमार को हिरासत में लिया गया, जिसने पूछताछ में हत्या करने का जुर्म कबूल किया। भालेश कुमार पिछले 7-8 साल से भादवी गुड़ा स्थित इच्छापूर्ण शेषनाग भावजी मंदिर में रहकर लोगों को कष्ट निवारण के लिए ताबीज बना कर देता है। तात्रिक भालेश जोशी गोगुन्दा के भादवी गुडा में तंत्र विद्या का काम करता है और क्षेत्र में उसकी अच्छी पैठ है। लोग अपने कष्टों के निवारण के लिए उसके पास आते हैं। युवती सोनु कुंवर का वैवाहिक जीवन अस्त व्यस्त चल रहा था। इसी को लेकर वह लगातार वहा पर आती थी। भालेश ने उसके लिए एक ताबीज भी बनाया था। युवक राहुल मीणा भी तांत्रिक के यहां आने लगा। जहां उसके और सोनू की पहचान हुई। मृतका सोनू कवर और मृतक राहुल मीणा के परिजन भी इस मंदिर में आते-जाते रहते थे तथा मंदिर के दर्शन के दौरान ही राहुल और सोनू कंवर की दोस्ती हुई थी।
पुलिस के अनुसार राहुल अपनी पत्नी से झगड़ा किया करता था, जिसके बाद उसने (पत्नी ने) तांत्रिक से मदद मांगी तो तांत्रिक ने सोनू कवर से संबंधों के बारे में उन्हें बता दिया। जब दोनों के मेल-जोल बढ़ने लगे तो इसकी जानकारी जब तांत्रिक ने राहुल की पत्नी को दी तो उसने इसका समाधान करने के लिए कहा। इसके लिए भालेश ने बकायदा पूजा भी करवाई,लेकिन राहुल और सोनू की एक दूसरे से अलग नहीं हो रहे थे। भालेश ने जब दोनों पर अगल होने का दबाव बनाया तो वह उसे ही ब्लैकमेल करने लगे। सोनू ने भालेश को उनके संबंधों का खुलासा करते हुए क्षेत्र में बदनाम करने की धमकी दी। भक्तों में बना बनाया नाम एवं पहचान खराब होने के डर से तांत्रिक ने दोनों को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली और उसने बाजार से 50 के करीब फेवीक्विक इकट्ठा कर ली। 15 नवंबर की शाम तांत्रिक ने राहुल और सोनू को बुलाया और उन्हें एकांत जगह पर ले गया।पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर दोनों जब शारीरिक संबंध बना रहे थे तो वह दूसरी तरफ चला गया तथा फिर उसने इस दौरान फेवीक्विक की बोतल दोनों के ऊपर उड़ेल दी। पुलिस के मुताबिक बाद में चाकू और पत्थर से वार कर वह दोनों की हत्या कर वहां से निकल गया।
ऐसे दिया विभत्स हत्याकांड को अंजाम तांत्रिक ने
सोनू ने जब तांत्रिक भालेश को ब्लैकमेल करना शुरू किया तो परेशान हो कर उसने दोनों की हत्या करने की मन बना लिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले भालेश ने पूरी योजना तैयार कर ली। योजना के तहत उसने पहले बाजार से करीब 50 फेवीक्विक खरीद कर एक डिब्बे में भर लिया। फिर 15 नवम्बर को तांत्रिक दोनों को विशेष पूजा के बहाने उबेश्वर महादेव मंदिर के पास के जंगल में सुनसान इलाके में लेकर पहुंचा। जहां उसने दोनों को अगल होने से पहले एक बार फिर से संबंध बनाने की बात कही और खुद दूर जा कर खडा हो गया।
जब सोनू और राहुल एक दूसरे के साथ संबंध बना रहे थे तो मौका पा कर तांत्रित भालेश ने अपने पास रखी फेवीक्विक को उसने दोनों के ऊपर उड़ेल दिया। फेवीक्विक उनकी आखों और मूंह में चली गई। दोनों कुछ समझ पाते, उससे पहले भालेश ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान जब दोनों अगल हुए तो उनके शरीर के प्राईवे पार्ट भी छिन्न-भिन्न हो गए। दोनों की हत्या के बाद उनकी पहचान नहीं हो सके इसके लिए भालेश ने पत्थरों ने उनकी मुंह पर वार किया और फिर वहा से बाइक लेकर अपने घर आ गया। इसके बाद वह अपने एक शिष्य के यहा पर चला गया।