मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लोगो को आकर्षित करने वाला बजट प्रस्तुत किया है, लेकिन अत्यंत खेद का विषय है कि पूर्व में प्रस्तुत किए गए बजट की क्रियान्वित भी सरकार द्वारा अभी तक नहीं की गई है। पहले सरकार को पुरानी घोषणाओं का कार्य संपूर्ण कराना चाहिए था उसके बाद इस प्रकार का बजट घोषित किया जाना चाहिए। कोरी घोषणा कर राजस्थान की जनता को ठगना बंद करे मुख्यमंत्री।
बजट नहीं चुनावी घोषणा पत्र - उप महापौर
शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी ने चुनावी घोषणा करार दिया है। सिंघवी ने कहा है कि इसको बजट की संज्ञा नहीं दी जा सकती, इसे केवल चुनावी घोषणा पत्र की संज्ञा दी जा सकती है।धरातल पर घोषणा को लागू करना बहुत मुश्किल होगा। सरकार के पास पर्याप्त बजट नहीं है और घोषणा कर दी गई है। जिसका खामियाजा आने वाले समय में राजस्थान की जनता को ही भुगतना है।