उदयपुर, 10 फरवरी। राज्य सरकार द्वारा संचालित ‘‘प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनान्तर्गत’’ आत्मनिर्भर भारत व वोकल फॉर लॉकल के तहत उदयपुर मण्डी क्षेत्र में व्यवसायरत सूक्ष्म खाद्य उद्यमियों व अधिकारियों की कार्यशाला हुई। कार्यशाला में प्रबंधक श्रवण कुमार कुमावत ने प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की जानकारी दी और कहा कि आत्मनिर्भर भारत लॉकल फॉर वॉकल के उद्देश्य को पूरा करने के लिये इस योजना की परिकल्पना की गई है तथा योजना के तहत् एक जिला एक उत्पाद के तहत उदयपुर जिले के लिये आंवला, जामुन, सीताफल एवं अन्य वन उपज का चयन किया गया है।
बैठक में योजना के तहत् प्रौद्योगिकी उन्नयन के लिये ऋण, ब्राडिंग एवं विपणन सहयोग, असंगठित क्षेत्र में औपचारिक फ्रेम वर्क की और ले जाने में सहायता, कॉमन फैसिलिटी सेंटर द्वारा एफपीओ एसएचजी एवं सहकारिता समितियों की ग्रेडिंग, पैकेजिंग जैसी साझा सेवायें, तकनीकी ज्ञान कौशल प्रशिक्षण तथा असंगठित उद्यमों को सरकारी पंजीकरण हेतु सहायता आदि के संबंध में योजना के अर्न्तगत प्राप्त होने वाले अनुदान संबंधी जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में संयुक्त निदेशक (कृषि) संजीव पण्ड्या ने राज्य सरकार की ‘कृषि प्रसंस्करण कृषि व्यवसाय व कृषि निर्यात प्रोत्साहन योजना के अर्न्तगत कृषि आधारित प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना पर प्राप्त होने वाले विभिन्न अनुदानों व प्रावधानों की जानकारी दी। विभागीय अधिकारी पंकज पारख सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।