उदयपुर,14 सितम्बर 2022 : उदयपुर की पीछोला झील किनारे अमराई घाट पर देवस्थान विभाग द्वारा तुगलकी फैसला लेते हुए घाट पर फोटोग्राफी करने हेतु टेंडर जारी किए गए थे। देश मे सँभवतया सबसे पहले राजस्थान के देवस्थान विभाग द्वारा किसी घाट पर शुल्क लगाए जाने का ये पहला मामला है। इसे लेकर स्थानीय लोगों में रोष तो था ही उस पर पर्यटकों से अमराई घाट पर मोबाइल ले जाने के 200 रु लिये जाने की खबर से स्थानीय नेता और जनता दोनों विरोध में उतर आए है। वही सिर्फ प्रवेश के ही 10 रु लिए जाने के प्रावधान के साथ प्री वेडिंग शूट और फोटोग्राफी हेतु प्रोफेशनल कैमरे के लिए अलग से चार्ज का प्रावधान है। लेकिन आरोप है किसी पर्यटक से प्रति व्यक्ति 10 रु की जगह 200 रु लिए जा रहे हैं तो कहीं मोबाईल अंदर ले जाने के 200 रूपये के अलग से पैसे लिए जाते है।
मामले को बढ़ता देख शिकायत मिलने पर देवस्थान विभाग ने फर्म को नोटिस दिया। विभाग की ओर जांच में सही पाए जाने पर फर्म पर 50 हज़ार का जुर्माना लगाया गया हैं।देवस्थान विभाग ने फर्म को नोटिस जारी किया जिसमें बताया गया कि पर्यटकों से मोबाइल ले जाने का फर्म की ओर से अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। फर्म की ओर से नोटिस का दो-तीन दिन तक इस बात पर कोई जवाब नहीं दिया गया।
आज अमराई घाट पर देवस्थान विभाग की ओर से जांच करवाई गई। निरीक्षक की जांच में यह सही पाया गया कि वहां पर्यटकों से अवैध वसूली की जा रही हैं। विभाग की ओर से फर्म पर 50 हज़ार का जुर्माना लगाया गया। विभाग का कहना है कि पिछले स्पष्टीकरण नोटिस के क्रम में यह जुर्माना नोटिस जारी किया गया है। इस साल अप्रैल के बाद दूसरी बार जुर्माना लिया जा रहा है और ऐसी टीम शिकायतों और जुर्माना कार्रवाई के बाद विभाग टेंडर निरस्त कर सकता है ।
इसके साथ ही सूत्रों के अनुसार ठेकेदार फर्म में दूसरी बार जुर्माना भरने से इनकार कर दिया है और विभाग पर टेंडर प्रक्रिया की शर्तों का पालन नहीं करने के आरोप लगाए हैं साथ ही ठेकेदार ने अभी तक नोटिस का कोई जवाब भी नहीं दिया है।
उदयपुर की पिछोला झील के किनारे स्थित अमराई घाट पर सिर्फ प्रवेश के ही 10 रु लिए जाने के प्रावधान के साथ प्री वेडिंग शूट और फोटोग्राफी हेतु प्रोफेशनल कैमरे के लिए अलग से चार्ज का प्रावधान है। लेकिन आरोप है किसी पर्यटक से प्रति व्यक्ति 10 रु की जगह 200 रु लिए जा रहे हैं तो कहीं मोबाईल अंदर ले जाने के 200 रूपये के अलग से पैसे लिए जाते है।ठेकेदार द्वारा पर्यटकों से पहले भी प्रवेश शुल्क के नाम पर अवैध वसूली के मामले सामने आते रहे हैं।
क्या कहना है ठेकेदार का
उधर ठेकेदार प्रदीप जोशी का कहना है कि प्रवेश शुल्क केवल 10 रूपये है। हमारी तरफ से से मोबाइल ले जाने की कोई बाध्यता नहीं है। लेकिन फोटोग्राफी करना मना है। यदि कोई फोटोग्राफी करना चाहता है तो इसके लिए कैमरा, मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में से किसी एक का चयन करना होगा एवं फोटोग्राफी हेतु 200 रूपये का टिकट लेना होगा जबकि प्री वेडिंग शूट के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा।