उदयपुर, 25 नवम्बर 2022 : उदयपुर जिले के केवड़ा गाँव के पास ओडा रेलवे ब्रिज को उड़ाने के मामले में राजस्थान एटीएस ने 4 और लोगों को हिरासत में लिया है। आपको बताते चले कि अब तक इस मामले में पुलिस ने 07 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक पिता-पुत्र की जोड़ी भी शामिल है। बीते दिन गिरफ्तार किए चार आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कौन हुए सबसे पहले गिरफ्तार
इससे पहले राजस्थान ATS ने मुख्य आरोपी धूलचंद और उसके भतीजे समेत विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराने वाले पिता-पुत्र सहित चार लोग न्यायालय में पेश किए थे,जिन्हें 5 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया था।
बीते दिन गिरफ्तार चारों आरोपी है उदयपुर के रहने वाले
बीते दिन हिरासत में लिए गए सभी आरोपी उदयपुर शहर के रहने वाले है। सूत्र बता रहे कि इन लोगों ने ही धोल की पाटी निवासी बिहारी लाल और अंकुश सुहालका को ब्लास्ट की सामग्री बेची थी। आपकों बताते चले कि सभी आरोपी लाइसेंसधारी होकर मैगजीन और विस्फोटक बेचने का व्यवसाय करते है। ATS ने प्रताप नगर निवासी पिता लोकेश और उसके पुत्र अमित, हिरण मगरी सेक्टर 4 निवासी भरत राज सेन और मल्लातलाई निवासी अशोक मीणा को गिरफ्तार किया है।इससे पहले के घटनाक्रम में ओढा रेलवे ट्रेक ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी धुलचंद ने बिहारी लाल और अंकुश से विस्फोटक खरीदा था। सूत्र बता रहे कि बिहारी लाल पिछले लंबे अर्से से गिरफ्तार हुए चारों आरोपियों से विस्फोटक की खरीद फरोख्त में शामिल था।
इससे पहले उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक ब्लास्ट मामले में पुलिस और राजस्थान ATS टीम ने मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लिया था। इसमें विस्फोटक बेचने वाला भी शामिल था। पुलिस सूत्रों के अनुसार चार आरोपियों ने उदयपुर में ओडा पुल को ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था। रेलवे प्रशासन से मुआवजे की बात को लेकर मुख्य आरोपी नाराज चल रहे थे। इनसे पूछताछ में कई और अहम जानकारियां सामने आई है।
उदयपुर अहमदाबाद ट्रैक ब्लास्ट प्रकरण में मुख्य आरोपी धुलचंद मीणा को बताया गया है , जिसकी कथित तौर पर जमीन रेलवे ट्रैक और ब्रिज बनाने में अधिग्रहित करने की बातें सामने आई थी और आरोपी धुलचंद मीणा के बयानों के अनुसार उसे इसका उचित मुआवजा भी नहीं मिला था। इससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपी उदयपुर के जावर माइंस के एकलिंगपुरा क्षेत्र के निवासी थे। इसके साथ ही विस्फोटक बेचने वाले अंकुश सुहालका नाम के व्यापारी को भी हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका उद्देश्य जनहानि का नहीं था।
पुलिस की थ्योरी के अनुसार आरोपियों ने ट्रेन निकल जाने के बाद उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक के ओवर ब्रिज पर विस्फोटक लगाया था । इससे प्रतीत होता है कि उनकी मंशा जनहानि की नहीं थी। आरोपी मोटरसाइकिल लेकर घटनास्थल तक पहुंचे थे। घटना के बाद तीनों आरोपी भागकर उदयपुर के सवीना इलाके में छुप गए थे और उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था।