पर्यटन के नाम आस्था से खिलवाड़,उदयपुर की जगप्रसिद्ध गणगौर बोट में होटल द्वारा शराब- नॉन वेज की रंगारंग पार्टियां, RTO बोला कोई जानकारी नहीं !
उदयपुर शहर में मनाए जाने वाले गणगौर फेस्टिवल मे नजर आने वाली जगप्रसिद्ध गणगौर बोट का पिछोला झील से रिश्ता रियासत कालीन है। गणगौर बोट शाही सवारी है ,जिसमे मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य सवारी करते है। इस बोट का डिजाइन आम बोट्स से बिल्कुल अलग हटकर होता है।
आश्चर्य की बात है कि ऐतिहासिक महत्व की इस गणगौर बोट का कोई रिकॉर्ड उदयपुर के RTO विभाग के पास है ही नहीं और प्रादेशिक परिवहन विभाग (आरटीओ) यह कहकर पल्ला जाड सकता है कि उक्त नाव में कोई इंजन है ही नहीं, इसलिए आरटीओ की कोई जिम्मेदारी भी नहीं..!
सोशल मीडिया पर गणगौर बोट्स के ऊपर बने कई तरह के वीडियो, रील्स उपलब्ध है जिसमे एक विदेशी बाला इस बोट में अपनी अदाएं दिखाती हुई नजर आती है साथ ही गणगौर बोट पर लगी टेबल पर खाने पीने की सामग्री और शराब/बीयर की व्यवस्था भी दिखाई देती है। नाविक चप्पू चलाते हुए नजर आते है लेकिन गणगौर ब हुए कलाकर वाद्ययंत्र बजाते हुए दिखाई देते है।
इन रील्स मे नाविकों के अलावा किसी ने लाइफ जैकेट भी नही पहना हुआ होता।
जब गणगौर बोट पर हो रही विचित्र गतिविधियों के बारे में उदयपुर के RTO विभाग से सूचना चाही गई तो चोंकाने वाले जवाब मिले।
RTI आवेदन में यह सूचना मांगी गई थी
(1) पिछोला झील में संचालित गणगौर बोट के RTO रजिस्ट्रेशन नम्बर की सूचना प्रदान की जाए।
(2) पिछोला झील में संचालित गणगौर बोट में महिलाओं द्वारा संगीतमय नृत्य कार्यक्रम करने हेतु उदयपुर RTO द्वारा दी गई अनुमति की सत्यापित सूचना प्रदान की जाए।
(3) पिछोला झील में संचालित गणगौर बोट में लंच , डिनर , खानपान और मधपान करने हेतु दी उदयपुर RTO द्वारा गई अनुमति की सत्यापित सूचना प्रदान की जाए
(4) पिछोला झील में संचालित गणगौर बोट में डांसर , वाद्य यंत्र बजाने वालो और नाविकों द्वारा बिनालाइफ जैकेट बोट में मनोरंजन कार्यक्रम करने हेतु उदयपुर के RTO द्वारा दी गई स्वीकृति की सत्यापित सूचना प्रदान की जाए।
RTO ने सभी चारो बिंदुओं की सूचना शून्य प्रदान की।
इन शून्य का सामान्य अर्थ यही है कि न तो गणगौर बोट RTO द्वारा पंजीकृत है और न ही इस बोट पर संगीतमय नृत्य प्रोग्राम करने, लंच डिनर और मधपान करने की अनुमति उदयपुर के RTO द्वारा दी गई है।
अंत मे बात लाइफ जैकेट की तो कोई पहने या न पहनें उदयपुर के RTO को कोई सरोकार प्रतीत नही होता।