पर्यावरण को नुकसान होने की परवाह किए बिना कई लोग प्रशासन एवं वन विभाग से स्वीकृति प्राप्त किए बिना ही पेड़ों की कटाई कर देते हैं। मामलें को लेकर उदयपुर के 84 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक शांतिलाल मेहता ने एनजीटी (NGT) का द्वार खटखटाते हुए कार्रवाई करने बाबत उदयपुर के जिला कलेक्टर एवं वन विभाग के अधिकारी के खिलाफ वाद दायर कराया है।
एनजीटी ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को नोडल ऑफिसर बनाते हुए 6 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट एनजीटी में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले शांतिलाल मेहता पेड़ों की कटाई को लेकर कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन जिला प्रशासन ने अब तक इस बारे में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण पेड़ों की कटाई होने से पर्यावरण के साथ खिलवाड़ होता देख पूर्व में भी पेड़ों की कटाई से व्यथित होकर वरिष्ठ नागरिक शांति लाल मेहता ने कई बार सूचना जिला प्रशासन को दी थी, इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्य की बात है।