अतिक्रमण के खिलाफ़ नगर निगम ने फतह सागर के मुंबईया बाजार से हटाया अतिक्रमण,निगम आयुक्त के निर्देश पर हुई कार्यवाही,आयुक्त ने मांगा शहरवासियों से सहयोग
उदयपुर। नगर निगम द्वारा उदयपुर शहर में एक बार फिर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया, निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना के निर्देश पर फतहसागर स्थित मुंबईया बाजार पर अतिक्रमण को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि शहर में अतिक्रमण को लेकर किसी भी तरह से कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शहर में अतिक्रमण के कारण वाहनों के संचालन एवं शहर वासियों को पैदल चलने में भारी समस्या होती है। इसी के निराकरण को लेकर सोमवार को निगम द्वारा बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अतिक्रमण हटाया गया।
मुंबईया बाजार से हटाया अतिक्रमण
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि सोमवार को फतहसागर किनारे स्थित मुंबईया बाजार पर अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। मुंबई बाजार में की बिन संचालक को द्वारा टेंट के नीचे कुर्सी तबके लगाकर सार्वजनिक सड़क पर अतिक्रमण किया गया था। आने वाले गुरुवार एवं शुक्रवार को हरियाली अमावस्या का मेला भी लगने वाला है जिसमें हजारों की संख्या में मेलार्थी पहुंचेंगे, साथ ही प्रतिदिन सायंकाल हजारों की संख्या में शहर वासी एवं पर्यटक फतहसागर घूमने पहुंचते हैं। अतिक्रमण के कारण मुंबईया बाजार के समीप हमेशा वाहनों के जाम की स्थिति रहती है। कई बार अपील करने के बावजूद भी केबिन संचालकों द्वारा अपने स्तर पर अतिक्रमण नहीं हटाया, जिस पर सोमवार को निगम पुलिस निरीक्षक मांगीलाल डांगी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल भेजकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। आयुक्त खन्ना के अनुसार सार्वजनिक सड़क पर अतिक्रमण कर रखी गई 56 कुर्सी, 19 लोहे की बैंच व 1 भट्टी व तिरपाल को धारा 245 नगरपालिका अधिनियम के तहत जब्त किया गया।
निगम आयुक्त की अपील, व्यापारियों से मांगा सहयोग
अतिक्रमण के खिलाफ अभिषेक खन्ना ने शहर के व्यापारियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि शहर में व्यापारी वर्ग अपने प्रतिष्ठान के सामने किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं करें साथ ही यदि कोई ठेला गाड़ी या अन्य द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है तो उसे भी वहां से हटाकर निगम का सहयोग करें। आने वाले समय में हरियाली अमावस्या, राखी जैसे बड़े त्यौहार आ रहे है। ग्रामीण क्षेत्र से कई लोग खरीददारी करने शहर में पहुंचते हैं। इसलिए अतिक्रमण को हटाकर वाहनों के आवागमन में बाधक नहीं बनते हुए निगम द्वारा अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई में अपना सहयोग देवे।