उदयपुर,05 जनवरी 2023 : 2 जनवरी 2023 की प्रतिदिन की भाँति डिनर के बाद टहलकर रात्रि 10 : 20 के लगभग जयवंत भेरविया ऑर्बिट रिसोर्ट (मैरिज गार्डन ) के अपोजिट साइट से पैदल घर की और लौट रहे थे। लौटते समय एक कार चालक ने लापरवाही पूर्वक तेज गति से कार चलाते हुए पीछे से आकर अपनी कार से भेरविया को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद जयवंत बुरी तरह से चोटग्रस्त हुए और उनके दाहिने पैर की दोनो हड्डी एड़ी के ऊपर से टूट गई। टक्कर मारने वाली कार व एक अन्य कार दोनों साथ साथ चल रही थी, जिनमे से 2-3 युवक बाहर निकले। देखा और फिर जल्दबाजी में कारों में बैठकर भाग गए। दुर्घटना करने वाली कार के भागते समय जयवंत ने उसके RTO नम्बर देख लिये थे।
भेरविया ने घायल अवस्था मे पास गिरे हुए मोबाइल से सुखेर थाना पुलिस को सूचित करने हेतु 2-3 बार फोन लगाया,लेकिन किसी ने उठाया नहीं। कुछ देर बाद कुछ लड़के अपने वाहनों पर निकल रहे थे, जिन्होंने घायल को उठाया व घर तक पहुँचाया। घर आने के बाद जयवंत ने अभय कमांड सेंटर को फ़ोन कर अपने साथ घटित घटना की सूचना दी और FIR दर्ज करने को कहा। तत्पश्चात जयवंत के परिजनो ने अपने पारिवारिक मित्रों को फ़ोन किया और कार द्वारा JK पारस अस्पताल प्राथमिक उपचार हेतु ले जाया गया।
दूसरे दिन x-ray में नजर आ रहे पैर के गंभीर फ्रेक्चर के उचित इलाज हेतु भेरविया के छोटे भाई एम्बुलेंस के द्वारा अहमदाबाद राजस्थान अस्पताल लेकर गए। चूँकि जयवंत भेरविया आरटीआई एक्टिविस्ट होने के साथ ही पत्रकार भी है । उनकी खबरों से व्यापक जनहित के काम हुए है। साथ ही RTI से उन्होंने बड़े बड़े भ्रस्टाचारो को उजागर किया है । इसलिए क़यास ये भी है कि घटित घटना सड़क हादसा न होकर जानलेवा हमला हो सकती है। इसको बल इस बात से भी मिलता है कि जहाँ टक्कर मारी गई, वहाँ एक निर्माणाधीन बाउंड्री वाल के बहुत से पत्थर भी पड़े हुए थे।
जयवंत सड़क के बहुत साइड में चल रहे थे। कार चालक ने मुख्य सड़क की ओर न चलते हुए साइड में आकर टक्कर मारी। RK सर्किल से होते हुए 80 फीट सड़क जो मिराज मल्हार चौराहे से होते हुए ऑर्बिट कॉम्प्लेक्स होते हुए दाहिनी ओर वर्तमान में मुड़ रही है, इस सम्पूर्ण 80 फीट मुख्य सड़क पर कई स्थानों पर CCTV कैमरे लगे हुए है। साथ ही दुर्घटना स्थान के सामने ऑर्बिट रिसोर्ट के भी कैमरे लगे हुए है। जिनकी रेकॉर्डिंग प्राप्त कर घटना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हो सकती है। ऐसे में CCTV कैमर्रो की रिकॉर्डिंग डिलीट होने से पहले सुराग लगा अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।
पुलिस विभाग तुरंत कार्यवाही कर इन रेकॉर्डिंग को बरामद कर सकता है। जिससे अनुसंधान में सहायता होगी और पीड़ित के साथ घटित घटना / जानलेवा हमले की सही जानकारी मिलने पर दोषियों को सजा मिल सकेगी।