उदयपुर 10 जनवरी 2022 : उदयपुर की कुछ होटल अब शहर की सुंदरता को धूमिल करने का प्रयास करती नजर आ रही है। कई होटल तो रात के अंधेरे में अपशिस्ट निर्धारित जगह न डाल कर इधर उधर सुविधानुसार मनमर्जी से डाल देती है। नगर निगम उदयपुर इन होटल वालों के अपशिस्ट निस्तारण पर अब तक कोई कार्यवाही करता नजर नहीं आता।
दरअसल उदयपुर के होटल लीला द्वारा सॉलिड वेस्ट और रसोई अपशिस्ट धोल की पाटी और डाकण कोटड़ा क्षेत्र में खुले में डाला जा रहा था । जिस पर किसी स्थानीय निवासी 9 दिसंबर 2021 ने समीर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवायी थी और 10 दिसंबर 2021 को राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारियों ने जाकर मौके पर निरीक्षण किया और पाया कि मौके पर होटल लीला द्वारा अपशिस्ट फैलाया जा रहा था जिसमें टूटे चप्पल, पॉलीथिन बैग्स,टूटे हुए चीनी के बर्तन आदि भी पाए थे।
इस पर संज्ञान लेते हुए 10 दिसंबर 2022 को राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ने होटल लीला को पत्र लिखकर मौके से अपशिस्ट साफ कर रिपोर्ट बना कर पेश करने को लिखा।
एक पत्र राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ने नगर निगम उदयपुर के आयुक्त को पत्र लिख कर पूरे मामलें की जानकारी देकर ये भी कहा गया कि मौके पर सुअरों की भरमार भी है और ये रसोई का अपशिस्ट भी खा रहे है जो कि नियमों के विपरीत है। साथ ही कहा गया कि नगर निगम उदयपुर ये सुनिश्चित करें कि भविष्य में उक्त म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट एवम रसोई अपशिस्ट निर्धारित स्थल पर ही निस्तारित किया जाए।अन्य किसी भी स्थल पर निस्तारित नहीं किया और नियमों की पालना सुनिश्चित की जा सके।
यहाँ सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिस शहर से आप इतनी कमाई कर रहे है ,उसी शहर को साफ रखने की बजाय खुले में अपशिस्ट निस्तारित कर न केवल शहर की सुंदरता में दाग लगा रहे है बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को भी खतरे में डाल रहे है। महामारी के दौरान इस तरीके के कृत्य से होटल की लापरवाही साफ नजर आती है।
इस सम्बंध में जैसे ही नगर निगम उदयपुर को राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मण्डल का लेटर मिला तो अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने पहुँचे और पाया कि मौका नगर निगम के क्षेत्राधिकार में नहीं आता और ऐसे में होटल पर कार्यवाही करना संभव नहीं है। लेकिन होटल को भविष्य में अपशिस्ट निस्तारण की उचित और मानक प्रक्रिया पालन करने की हिदायत दी गयी हैं।
यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य ये है कि इस तरह होटल वाले क्यों अपने स्तर पर कचरा निस्तारण कर शहर के बाहर खुले में फेंक रहे है जबकि स्वच्छ भारत अभियान के तहत औद्योगिक और होटल के अपशिस्ट निस्तारण के लिए मौके से कचरा संग्रहण की व्यवस्था की गयी है। या तो नगर निगम उदयपुर होटल वालों से कचरा संग्रहण का शुल्क नहीं ले पा रहा है या कचरा संग्रहण के लिए वाहन व्यवस्था नहीं कर पा रहा या होटल वाले कचरा निस्तारण में कोताही बरत रहे है। बरहाल इन सबसे उदयपुर की सुंदरता पर दाग लगते जा रहे है।