09 जनवरी 2022 : राजस्थान के राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ क्षेत्र के कडिय़ा गांव में गोचर भूमि से रास्ता निकालने व चरनोट भूमि खुर्द-बुर्द कर कब्जा करने को लेकर आरएएस, उदयपुर स्मार्ट सिटी के एसीइओ प्रदीपसिंह सांगावत के खिलाफ बीते सोमवार को कुम्भलगढ़ के पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार व कडिय़ा के ग्रामीणों ने पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। अब केस दर्ज होने के बाद फाइल आइजी प्रफुल्ल कुमार ने तलब की है।
होटल महुआ बाग मालिक के खिलाफ ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण सहित डराने धमकाने का आरोप लगाया था। जिसको लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद ग्रामीणों की शिकायत पर केलवाड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया था। मामले में केलवाड़ा थाने में प्रकरण संख्या 03/2023 धारा 447 504 506 427 आईपीसी ,3 पीडीपीबी एक्ट में दर्ज किया गया है और आगे की जाँच जारी है।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सांगावत ने होटल महुआ बाग के पीछे के हिस्से में गोचर भूमि से रास्ता निकाला है और चरनोट भूमि को खुर्द-बुर्द कर कब्जा किया जा रहा है। इस संबंध में आरएएस सांगावत ने मीडिया को बताया कि इस मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है।
क्या है पूरा मामला
कुम्भलगढ़ स्थित महुआ बाग होटल पर जाने के लिए रास्ता निकालने का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक के साथ कुछ ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग को लेकर कुम्भलगढ़ एसडीएम को कुछ दिनों पहले ज्ञापन दिया था। अगले दिन इसी मामले में प्रशासनिक अधिकारी सांगावत के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। रिपोर्ट में सांगावत को होटल महुआ बाग का साझेदार बताया गया है। विधायक ने अवैध कार्य बंद करवाने गए पंचायत के वार्ड पंच को भी अपशब्द कहने का आरोप लगाया है।