निगम जब्त करेगा एवीवीएनएल ठेकेदार की मशीनें,बिना सूचना के पेड़ों की करते है छंगाई,कई दिनों तक पड़ा रहता है कचरा, निगम को मिलती है उलाहना
उदयपुर। नगर निगम अब बिजली विभाग द्वारा बिना सूचना के पेड़ छांगकर कचरा फैलाने जैसी लापरवाही के चलते ठेकेदार की मशीन जप्त करने का फैसला लिया है। बिजली विभाग का ठेकेदार बिना सूचना के पेड़ों की छगाई कर कचरा वही डाल देता है जिसका उल्लाहना शहरवाशियो द्वारा नगर निगम को दिया जाता है।
नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि बिजली विभाग में विद्युत खबो एवं विद्युत तारों के पास खड़े पेड़ों की छंगाई ठेकेदार द्वारा करवाई जाती है। लेकिन ठेकेदार द्वारा अपनी मनमर्जी से एवं नगर निगम को बिना सूचना दिए पेड़ों की छंगाई कर कचरे को वहीं फेंक दिया जाता है, निगम में जानकारी के अभाव में यह कचरा कई समय तक नियत स्थान पर ही पड़ा रहता है जिससे आमजन को भारी समस्या रहती है। कई बार बिजली विभाग को पत्र देने के उपरांत भी ना ही बिजली विभाग द्वारा कभी सूचना दी गई ना ही संबंधित ठेकेदार को किन शर्तों पर कार्य दिया गया है उसकी जानकारी दी गई।
नहीं दी ठेकेदार के शर्तों की जानकारी
नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा विद्युत पोल एवं तारों के पास खड़े पेड़ों की छंगाई हेतु निविदा जारी की जाती है लेकिन यह निविदा किन शर्तों के आधार पर जारी की गई है इसकी जानकारी नगर निगम द्वारा तीन बार पत्र लिखने के उपरांत भी निगम को नहीं दी गई। संज्ञान में आया कि बिजली विभाग द्वारा पेड़ों की छंगाई के बाद होने वाले कचरे को संबंधित ठेकेदार द्वारा ही उठाने की शर्त भी निविदा में डाली गई है लेकिन शर्तों को पालना नहीं होती है। पत्र लिखने के उपरांत बिजली विभाग द्वारा निगम को अभी तक इस बारे में किसी भी तरह का कोई भी स्पष्टीकरण नहीं दिया है जिससे कचरा पड़े रहने से कई बार समस्या होती है। अब निगम ने तय किया है कि जहां पर भी बिजली ठेकेदार कार्य करेगा और कचरा नहीं उठाएगी तो उसकी मशीन जप्त कर निगम कार्यालय में जमा करवा दी जाएगी।
निगम के कहने के बावजूद नहीं करते हैं शटडाउन, संपर्क की शिकायत नहीं हो सकती है दूर
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि शहर वासियों को अपने घरों के आसपास पेड़ों को लेकर जब भी समस्या होती है तो वह अपनी शिकायत संपर्क पोर्टल पर भी करते हैं। यह सभी शिकायत निगम को प्राप्त होती है जिस पर निगम को तय समय में शिकायत का निवारण करना होता है। जब निगम पेड़ों की छंगाई हेतु बिजली विभाग को शट डाउन हेतु कहता है लेकिन बिजली विभाग द्वारा कभी भी समय अनुकूल रहते हुए शटडाउन की कार्यवाही नहीं की जाती है ऐसे में पेड़ नहीं छंगने के कारण शहर वासियों को कई तरह की समस्या होती है और संपर्क पोर्टल की शिकायत भी तय समय में दूर नहीं हो पाती है। सरकारी विभागों में सामंजस्य के अभाव के चलते शहर वासियों को भारी समस्या होती है।
शुक्रवार को भी कचरा छोड़ा सड़क पर
नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी सतनारायण शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को भी बिजली विभाग के ठेकेदार द्वारा पेड़ों की छंगाई करने के पश्चात होने वाला कचरा वही डाल दिया गया था जिसकी जानकारी उनके द्वारा निरीक्षण करने के दौरान मिली।