उदयपुर शहर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में एक मजार पर पक्का निर्माण करने को लेकर सोमवार शाम को विवाद का माहौल होता नजर आया । करीब दो घंटे तक असमंजस की स्थिति के बाद जेसीबी की मदद से पक्के निर्माण को हटाया गया। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस के उच्चाधिकारी के साथ भारी जाप्ता तैनात किया गया है।
इससे पहले विवाद की सूचना पर मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई । मौके पर नगर निगम के मेयर जीएस टाक और डिप्टी मेयर पारस सिंघवी भी पहुंचे। डिप्टी मेयर सिंघवी ने बताया कि पुलिस लाइन से रेती स्टेण्ड जाने वाले मुख्य मार्ग पर यह मजार बनी है जिस पर सीमेंट- कंक्रीट से पक्का फर्श बनाया गया था। इसके बाद डिप्टी शिप्रा राजावत और सूरजपोल थानाधिकारी दलपत सिंह जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश कर मामला शांत कराने का प्रयास किया।
बताया जा रहा है कि यह निर्माण रात को ऑटो खड़ा कर उसकी आड़ में किया गया। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश कर मामला शांत करवा दिया है। पूर्व पार्षद राकेश पोरवाल ने बताया कि यह निर्माण चोरी छिपे किया गया है। जब निर्माण कराने वालों से पूछा तो उन्होंने कहा कि किसी की मन्नत पूरी हो गई है, इसलिए निर्माण करवाया गया। पोरवाल ने बताया कि मजार वाला हिस्सा राजस्व रिकॉर्ड में पुलिस लाइन के नाम पर है। ऐसे में यहां पक्का निर्माण नहीं किया जा सकता है। पटवारी समेत अन्य अधिकारियों को नपती के लिए बुलाया।
बाद में अतिक्रमण पाया जाने पर मौके से उसे ध्वस्त किया गया। पुलिस लाइन से रेती स्टैंड जाने वाले मार्ग पर पीर बावजी का एक छोटा स्थान है जहां लोग मन्नतें लेकर आते हैं।