उदयपुर के सवीना सबसिटी सेंटर में बंदूक की दुकान में ब्लास्ट, मालिक और मजदूर की मौत, बिल्डिंग के बाहर पड़े मिले शव !
उदयपुर शहर के सवीना स्थित सबसिटी सेंटर पर दोपहर तीन बजे बंदूक की दुकान में ब्लास्ट होने से दो लोगों की मौत हो गई। इनमें दुकान मालिक भी शामिल है। विस्फोट की भीषणता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुकान में काम कर रहा मजदूर उछलकर करीब तीस फीट दूर सड़क पर आ गिरा। दुकान की खिड़की और दरवाजों के परखच्चे उड़ गए। उदयपुर के सबसिटी सेंटर में बंदूक की दुकान में अचानक भीषण विस्फोट की आवाज से दूर-दूर तक लोक सहम गए। एक बार तो उन्हें लगा कि सड़क पर कोई बड़े वाहनों में भिड़ंत हो गई है। लेकिन, जैसे ही पता चला कि बंदूक की दुकान में ब्लास्ट हुआ है तो लोग उधर दौड़े। वहां का नजारा देख हर कोई स्तब्ध रह गया। एक जला हुआ शव दुकान के बाहर कुछ दूरी पर गिरा पड़ा था, दूसरा शव सीढ़ियों पर औंधे मुंह था। जाहिर है, दोनों को बचने का मौका तक नहीं मिला। कपड़े क्या, चमड़ी तक जल चुकी थी। शाम को सामने आए एक सीसीटीवी फुटेज में नजर आया कि दो व्यक्ति बोरा लेकर सीढ़ियों पर चढ़ रहे थे कि विस्फोट हो गया। ब्लास्ट से खिड़की के परखच्चे उड़ गए। आसपास की दुकानों और पास वाले मकान में भी दरार आ गई। ब्लास्ट के कारणों का अभी पता नहीं चला है, लेकिन यह बात सामने आ रही है कि वहां मृत 2 व्यक्तियों में से एक श्रमिक था जो अप्रशिक्षित था। उसकी शिनाख्त रात तक नहीं हो सकी थी। दुकान के मालिक को भी परिवारजनों ने पहचाना था, बुरी तरह झुलस जाने के कारण पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव एमबी हॉस्पिटल में रखवाए हैं। पुलिस ब्लास्ट के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
लाइसेंस दिसंबर 2023 में खत्म, नहीं हुआ रिन्यूअल
एसपी गोयल ने बताया कि दुकान मालिक राजेंद्र देवपुरा के पास दिसंबर 2023 तक का लाइसेंस था। उन्होंने रिन्यूअल के लिए अप्लाई कर रखा था। हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारी यह जवाब नहीं दे पाए कि किन कारणों से उसका लाइसेंस रिन्यू नहीं हो पाया और रिन्यू नहीं होने की स्थिति में वहां काम किन प्रावधान के तहत जारी था। एसपी बोले-दुकान में कितना बारूद का स्टॉक रहा होगा और अभी भी है, यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा, मामले में जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।
एसपी गोयल ने बताया कि विस्फोट के कारण दुकान भवन असुरक्षित है। एफएसएल व फायर टीम की जांच के बाद ही विस्फोट के कारण स्पष्ट हो सकेंगे। दुकान में कितना क्या स्टॉक में था वह कागजात उपलब्ध होने और उनकी जांच के बाद ही पता चलेगा। एसपी ने बताया कि मामले में प्रक्रिया अनुसार ही जांच व कार्रवाई की जाएगी। हादसे में दुकान संचालक राजेंद्र पुत्र देवेंद्र के कर्मचारी का शव विस्फोट से बिखर गया। एसपी ने यह भी बताया कि शहर में संचालित अन्य दुकानों की जांच की जाएगी।