उदयपुर, 18 जनवरी 2023 : राजस्थान के उदयपुर में हैवानियत की हदें पार करने वाला एक मामला सामने आया है।राजस्थान में सरकार के तमाम दावों के इतर लगातार बच्चियों के साथ हैवानियत की घटनाएं सामने आ रही है। यहां 12 साल की एक बच्ची का अपहरण करने के बाद 5 दिन तक 6 लोगों द्वारा गैंगरेप किया गया।
बताया जा रहा है कि बच्ची उदयपुर में 10 जनवरी को लावारिस हालात में मिली थी, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। वहीं इस मामले में मंगलवार शाम पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि आरोपियों में एक रोडवेज बस का कंडक्टर और एक ऑटो ड्राइवर भी शामिल है।
बच्ची के पिता ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी रिपोर्ट
5 जनवरी को बच्ची के पिता ने राजसमन्द जिले के केलवाड़ा पुलिस थाने में बच्ची की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस थाना केलवाडा ने बालिका के अपहरण की धाराओ में केस दर्ज कर तलाश शुरू की। इस दौरान बालिका उदयपुर बस स्टैंड पर मिली जिसे सीडब्लुसी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बालिका ने जांच में बताया कि मेरे साथ कुछ लोगों ने उदयपुर शहर व आस-पास की जगह पर गलत काम (रेप) किया है। बच्ची का नियमानुसार मेडिकल कराया गया।इसके बाद बच्ची का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करवाया गया। मामले में रेप व पॉक्सो एक्ट की धाराओं का इजाफा किया गया है। उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार मामले की जांच बेनीप्रसाद मीणा पुलिस उप अधीक्षक वृत राजसमंद को दिया गया।
फिलहाल बच्ची अपने परिजनों के पास है। दरअसल बच्ची उदयपुर के रोडवेज बस स्टैंड पर बेसुध हालात में मिली और उसी जगह से पुलिस चौकी कुछ ही दूरी पर है। पुलिस का कहना है कि रेप के आरोप में एक रोडवेज कंडक्टर, ऑटो चालक व चार अन्य आरोपी उदयपुर उदियापोल बस स्टेंड पर दुकान चलाते हैं। वहीं ऑटो चालक के अलावा सभी आरोपी एक-दूसरे को पहचानते नहीं है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुट गई है। वहीं पुलिस ने इन आरोपियों के नामों का अभी तक खुलासा नहीं किया है।
5 दिन तक किया गैंगरेप
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि 4 जनवरी को वह अपने एक परिचित से मिलने उदयपुर गई थी जहां एक ऑटो ड्राइवर उसे बहला-फुसलाकर धर्मशाला ले गया और उसके साथ रेप किया। वहीं इसके बाद 2 दिन तक अलग-अलग व्यक्ति ने उसके साथ रेप किया। नाबालिग के अनुसार उसके धर्मशाला से बाहर निकलने के बाद कुछ आरोपी उसे लेकर मावली चले गए । जहां भी उसके साथ रेप को अंजाम दिया गया।
डीएसपी बेनी प्रसाद ने मामले को लेकर कहा कि आरोपियों ने नाबालिग के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। जहां बच्ची को मावली और उदयपुर के बीच 5 दिनों तक लेकर घूमते रहे और 4 दिन तक नाबालिग को उदयपुर और एक दिन मावली में रखा। वहीं आरोपी शाम को उसे उदयपुर बस स्टैंड से लेकर जाते और अगले दिन सुबह उसे फिर उदियापोल बस स्टैंड पर छोड़ देते।
इसके बाद 10 जनवरी की शाम को उदियापोल बस स्टेंड पर आरोपी नाबालिग को बेसुध हालत में छोड़कर फरार हो गए। नाबालिग 11 जनवरी को अपने परिजनों के साथ केलवाडा पुलिस थाने पर पहुंची जहां पूरी आपबीती बताई।