उदयपुर के गोगुंदा क्षेत्र के गांवों में 7 दिन में 5 बच्चों की रहस्यमयी बीमारी से मौत,चिकित्सा विभाग ने जांच के लिए भेजी स्पेशल टीम
उदयपुर जिले के गोगुंदा क्षेत्र में आदिवासी अंचल के बच्चे लगातार मौसमी बीमारियों को शिकार होकर दम तोड़ रहे हैं। पिछले सात दिन में पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। जिनमें दो बालिका शामिल थीं। बीमारी का शिकार हुए सभी बच्चे अलग-अलग गांवों के हैं। जिनमें एक लड़का और लड़कियां अंबावा गांव के पलाया पिपला के रहने वाले हैं। वहीं प्राटिया गांव में भी 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है। जबकि पदमावड़ी गांव में भी एक मासूम की जान चली गई है।
मौसमी बीमारी से मौत नहीं :CMHO
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को दोपहर में बच्चों की मृत्यु की जानकारी मिली। इसके बाद तुरंत डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अमित जैन के नेतृत्व में एक टीम को अंबावा गांव के लिए रवाना किया गया। सीएमएचओ बामणिया ने बताया कि मौके पर पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने पूरी जानकारी ली। मौसमी बीमारी से मौत की सूचना गलत पाई गई।
ग्रामीणों ने बताया कि हल्के बुखार और पेट दर्द की शिकायत के बाद अचानक बच्चों की हालत बिगड़ जाती है और कुछ ही समय में उनकी मौत हो जाती है। है। पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है, क्योंकि लगभग हर घर में एक या दो बच्चे इस अज्ञात बीमारी की चपेट में हैं। यह स्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि आदिवासी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का घोर अभाव है। बच्चों की हो रही मौतों ने पूरे गोगुंदा क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।