उदयपुर 21 जनवरी 2022 : दिनांक 07.01.2022 को दुर्जानसिंह पिता गुमानसिंह निवासी रन्देला, झल्लारा, उदयपुर ने रिपोर्ट दी कि मुझ प्रार्थी का विवाह नही हो रहा था, इसी बात को लेकर मेरे भाई फतहसिंह ने यह बात हेमराज सिह जो कि सनसिटी में रहता है, जो टोडा में आयुर्वेदिक हॉस्पीटल में नौकरी करता है उसको बता रखी थी। दिनांक 15.07.2021 को दोपहर में हेमराज सिंह ने मुझे व मेरे भाई फतहसिंह जी को टोडा हॉस्पीटल में इस सम्बन्ध में बात करने के लिये बुलाया। वहां हेमराज सिंह ने कहा कि एक अविवाहित लडकी है तुम्हें शादी करनी हो तो मैं बताता हुँ और बीच में रहकर रिश्ता करवा देता हुँ फिर हेमराज सिंह ने फोन करके विष्णु पिता शिवराम निवासी बडावली, हाल मुकाम सनसिटी, सलुम्बर को टोडा बुलाया वहां दोनों ने भोपाल में लडकी होने की बात कही और भोपाल चलने पर वहां जाकर रिश्ता करवाने की बात कहीं।
दिनांक 16.07.2021 शाम को मैं, मेरे भाई फतहसिंह, हेमराजसिंह, विष्णु तथा देवीसिंह पिता केसरसिंह निवासी डाल व केसरसिंह सभी देवीसिंह की इक्को गाडी में भोपाल में वेरागढ गये। जहां हेमराज सिंह ने किसी व्यक्ति से बात की जो दलाल टाइप का था, फिर मुझे दो-तीन लडकिया बताई और मुझे एक लडकी पसन्द करवाई। फिर हम वापस वहां से रवाना हुये तो रास्ते में हेमराज सिंह व विष्णु ने कहा कि इस लड़की से तुम्हारी शादी करना देंगे यह अविवाहित है लेकिन 2,50,000/-रूपया लडकी वालो को देना पड़ेगा तभी वो शादी करेंगे। लडकी खानदानी है तथा तुम्हारे साथ जीवनभर पत्नि बनकर रहेगी तथा दिनांक 17.07.2021 की शाम को जो लडकी मुझे भोपाल में बताई थी ,उसके साथ एक और लडकी लेकर वह दलाल श्रीनाथ गेस्ट हाउस सलुम्बर आये व हमें भी वहां श्रीनाथ गेस्ट हाउस में बुलाया और फिर मैने पैसों की व्यवस्था करके दिनांक 18.07.2021 को 2,50,000/-रूपये हेमराज सिंह व विष्णु को दिये। दिनांक 19-07-2021 को दोपहर 1.00 बजे के लगभग हेमराज सिंह ने मुझे व मेरे भाई फतहसिंह को उसके सनसिटी डाल रोड स्थित मकान पर बुलाया, जहां उसने लिखापढी के लिये वकील को बुलाया व लडकी के नाम से 100/-रूपये स्टाम्प मंगवाकर लिखापढी कर दोनों के फोटो लगाकर हमारे हस्ताक्षर करवाये। साक्षी के रूप में रेखा पत्नि शिब्बु सिंह व विष्णु पिता शिवराम ने हस्ताक्षर किये। फिर दिनांक 22-07-2021 को हम दोनों भाई, लडकी, हेमराजसिंह व विष्णु सभी तहसील में आयें। जहां तहसील में ंस्थित मन्दिर में शादी में माला पहनाते हुये फोटो खींचे, फिर तहसील में ही नोटेरी अधिवक्ता से स्टाम्प की नोटेरी करवाई। शादी के बाद संगीता और मैं दोनों मेरे रन्देला स्थित मकान पर करीब 10 दिन साथ में रहे फिर संगीता ने अपनी माँ के बीमार होने का बहाना कर मुझे वापस सलुम्बर से भोपाल वाया उदयपुर ले गई।
फिर मुझे भोपाल में एक होटल में ठहराकर संगीता गायब हो गई। मैने संगीता को उसके मोबाइल पर कई बार फोन किये, लेकिन संगीता ने फोन नहीं उठाया। फिर 6 दिन बाद वापस सलुम्बर के लिये निकला तो संगीता मुझे नादरा बस स्टेण्ड पर एक अन्य लडकी के साथ मिली। फिर हम तीनों वापस सलुम्बर आये। फिर तीन दिन हम साथ में रन्देला रहे। तीन दिन बाद संगीता ने मेरी माँ ज्यादा बीमार है का बहाना करके जो लडकी साथ में थी, उसके साथ घर से निकल गई। घर से जाते समय मेरा असल आधार कार्ड नं. व एक खाली कागज हस्ताक्षरशुदा व सोने की डोडी वजनी करीब 1 तोला व पायजेब वजनी 10 तोला भी चुराकर लेकर भाग गई। फिर 15-20 दिन बाद मुझे हेमराज सिंह ने फोन करके कहा कि लडकी वापस आना चाहती है उसके पास किराये के पैसे नहीं है इस पर हेमराज सिंह ने मुझे डाल चौराया बुलाया और लडकी के खाते में डालने के नाम पर 3,000/-रूपये लिये जो हेमराज सिंह ने खाते में डाले या नहीं डाले, यह मुझे पता नही। संगीता कुमारी ने व अन्य अभियुक्तगण ने साजिश रचकर मुझे संगीता के अविवाहित होने की बात बताकर शादी करवा कर फंसाया है और मुझसे 2,50,000/-रूपये नकद ले लिये है व सोने की डोडी व पायजेब भी चुराकर ले गई। मुझे बाद में पता चला कि संगीता ने इस तरह की धोखाधडी पहले भी कई लोगो के साथ कर रखी है तथा अभियुक्त हेमराज सिंह, विष्णु, संगीता के साथ महिला रेखा व उसके साथ दलाल गुलाबसिंह भी इस पुरे षडयन्त्र में शामिल है तथा हेमराजसिंह ने ही मुझे व मेरे भाई को इस रिश्ते के बारें में बताया और पुरी साजिश रचकर मुझे इस बनावटी रिश्ते मे फंसाकर रकम व रूपये दोनों ऐंठ लिये। संगीता के घर छोड़कर जाने के बाद मैने व मेरे भाई फतहसिंह ने हेमराज सिंह को पचास बार फोन किये, लेकिन हेमराज सिंह आजकल आजकल का कहकर गुमराह कर रहा है। हेमराज सिंह तथा भोपाल में जो दलाल हमें मिला उसके अपने ेआपको गुलाबसिंह बताकर हमारे सामने आया था। अभियुक्तगण ने मेरे साथ शादी के नाम पर धोखाधडी की है। मुझसे रकम व रूपये ऐंठ लिये है। मेरी रकम व मेरा आधारकार्ड व मेरा हस्ताक्षरशुदा कागज भी संगीता मेरे घर से चुराकर ले गई है। अभियुक्ता संगीता अलग-अलग नाम से लोगो को ठगती है कभी अपना नाम संगीता तो कभी अपना नाम सोना जायसवाल बताती है तथा बार बार आधारकार्ड में अपना नाम परिवर्तन कर लोगो को फंसाकर रूपये ऐंठती है तथा धोखाधडी करती है। वगैरा रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार द्वारा वांछित फरार अभियुक्तो की धरपकड हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत मुकेश सांखला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण व सुधा पालावत वृताधिकारी सलुम्बर के सुपरविजन में हनवन्त सिह सोढा सलुम्बर थानाधिकारी मय टीम द्वारा 6 माह पुर्व रंदेला निवासी दुर्जान सिह की फर्जी शादी करवाने वाले गिरोह के दो फरार महिला सदस्य 01. रजनी पत्नी गुलाबसिह निवासी बैरछा दातार, कालापीपला, शाजापुर मध्यप्रदेश व 02 रेखा पत्नी शिवलाल उर्फ शिब्बु निवासी घाटमपुरा रायसेन, हाल खेडा रोड आन्नद नगर, पीपलानी, भोपाल, मध्यप्रदेश को प्रोडक्शन वारण्ट के तहत गिरफतार किया गया।उक्त महिलाओ में से रेखा फर्जी दुल्हन संगीता की मां बनी हुई थी व रजनी संगीता की फर्जी भाभी बनी हुई थी। उक्त गिरोह के द्वारा ऐसे लोग जिनकी शादीया नही होती है उनको फर्जी दुल्हन से शादी करवाकर रूपये ऐठ कर धोखाधडी की जाती है। प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान जारी है।