07 नवम्बर 2022 : राजस्थान में एक महिला ने अंधविश्वास और पुत्रमोह में अंधी होकर अपनी ही बेटी की बलि देने का घटनाक्रम सामने आया है। महिला पर आरोप है कि उसअंधविश्वास के चलते अपने बड़े बेटे की जान बचाने के लिए 12 साल की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। उसे लगता था कि इस बलि के बाद उसके बड़े बेटे की दिल की बीमारी ठीक हो जाएगी। आरोपी महिला रेखा कँवर के खिलाफ उसके ही पति शिवराज ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे सपना आता था कि बड़े बेटे को बचाना है तो किसी एक की बलि देनी होगी। इसके बाद महिला ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया।
घटना राजस्थान के कोटा जिले के अंता इलाके की है जहाँ पुलिस पुछताछ के दौरान आरोपी महिला रेखा कँवर ने चोंकाने वाले खुलासे किए, जिसको सुनकर पुलिस भी स्तब्ध रह गई। आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि उसको सपना आता था कि बडे बेटे को बचाना है तो किसी एक की बलि देनी होगी। इसके बाद महिला ने वारदात को अंजाम दे दिया। डीएसपी तरूण कांत सोमानी के अनुसार महिला द्वारा अपनी ही बेटी की हत्या करने की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और संदिग्धता के आधार पर महिला रेखा से पुछताछ की तो सारा मामला आईने की तरह साफ हो गया। पुलिस ने बताया कि रेखा अपने पति और तीन बच्चों के साथ रहती है। आरोपी महिला का बडा बेटा निकेन्द्र (16वर्षीय) है जिसके दिल में छेद होने की जानकारी मिली। साथ ही ये भी सामने आया कि आरोपी महिला अपने बडे बेटे से बहुत प्यार करती है। बेटे की तबियत को लेकर महिला काफी परेशान रहने लगी। ऐसे में उसको सपना आने लगा की एक की बलि दोगे तो बेटा ठीक हो जाएगा।
आरोपी महिला रेखा के पति शिवराज ने बताया कि पत्नी काफी दिनों से इतनी परेशान रहने लगी कि उसका मानसिक संतुलन भी बिगड़ने लगा था। ऐसे में कुछ दिन पहले महिला ने अपने पति शिवराज पर भी धारदार हथियार से हमला कर दिया था लेकिन समय रहते शिवराज की नींद खुलने से वो बच गया था। इसके बाद भी महिला के सिर पर अपने बेटे को बचाने के लिए किसी एक की बलि देने का भूत सवार हो गया था।
बताया जा रहा है महिला ने अपनी 12 वर्षीय बेटी संजना और 7 वर्षीय छोटे बेटे सिंघम पर हमला किया था। लेकिन किसी तरह छोटा बेटा बच निकला लेकिन बेटी को महिला ने पकड़ लिया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।