एसीबी उदयपुर ब्यूरो की टीम ने 1 करोड़ की सड़कों के बिल पास कराने की एवज में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता आर पी लखारा को 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते चित्तौड़गढ़ डाक बंगला स्थित अधिशासी अभियंता के आवास से ट्रैप कर गिरफ्तार किया है। रिश्वत लेने के दौरान एक्सईएन राजेंद्र प्रसाद लखारा को एसीबी टीम के आने का पता चलने पर उसने अपने आवास का दरवाजा बंद कर 7 फीट ऊंची दीवार फांदने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही दूरी पर एसीबी की टीम ने लखारा को पकड़ लिया।
सूत्रों के अनुसार उदयपुर एसीबी में एक ठेकेदार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पीडब्ल्यूडी चितौड़गढ़ के अधीन टेंडर होने के कारण दो करोड़ की लागत की सड़कों का निर्माण कराया गया था। एक करोड़ के बिल पास करने की एवज में लखारा ने ₹400000 की मांग की थी । इसी क्रम में परिवादी ठेकेदार ने ₹200000 की राशि पहले दे दी थी । एसीबी टीम ने सत्यापन के बाद चित्तौड़गढ़ के नेहरू पार्क के सामने डाक बंगला परिसर स्थित एक्सईएन लखारा के क्वार्टर के आसपास जाल बिछा दिया । जैसे ही परिवादी से ₹400000 लेकर लखारा अपने कमरे से बाहर निकला, तो उसे ऐसी भी होने की भनक लग गई और तुरंत अंदर से दरवाजा बंद करके क्वार्टर के पीछे बनी 4 फीट ऊंची दीवार कूदकर भागने की कोशिश की।
इस दौरान उसने रुपए अपनी टी शर्ट में रख लिए थे। भागते समय रुपए भी बिखर गए। एसीबी टीम ने आरोपी के उदयपुर स्थित आवास पर भी तलाशी ली है। आरोपी की चित्तौड़गढ़ स्थित सरकारी आवास से भी एसीबी की टीम को 1 लाख 30 हजार रुपये की राशि और बरामद हुई है, फिलहाल एसीबी पूरे मामले की जांच में जुटी है।