जयपुर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार की 'चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना' को देश की सबसे बेहतरीन मुफ्त इलाज योजना बताया है।विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार शाम को अचानक राजधानी के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे और मरीजों से प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही चिरंजीवी योजना को लेकर बात की। आपकों बताते चले कि इस योजना के तहत लाभार्थियों का 25 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त है। राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस कवर को बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने का चुनावी वादा किया है।
राजस्थान के चुनावी दौरे पर आए राहुल गांधी बुधवार शाम यहां एक अस्पताल में इस योजना के लाभार्थियों से मिले। उन्होंने इसकी तस्वीर साझा करते हुए सोशल मीडिया मंच 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा
चिरंजीवी योजना का चमत्कार आज खुद जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंच कर देखा!
✅किडनी ट्रांसप्लांट - मुफ्त
✅लिवर ट्रांसप्लांट - मुफ्त
✅कैंसर का इलाज - मुफ्त
✅हृदय रोग का इलाज - मुफ्त
✅ऑपरेशन - मुफ्त
✅डायलिसिस - मुफ्त
✅इंप्लांट्स - मुफ्त
मरीज़ों और उनके परिवारों के चेहरों पर सुकून में इसका असर साफ दिखा। भारत की सबसे बेहतरीन मुफ्त इलाज की इस पहल ने लाखों लोगों की ज़िंदगियां बदल दी हैं।
जैसे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने घोषणा की और हमारे घोषणापत्र में वादा किया गया है, इस क्रांतिकारी योजना में इलाज की राशि ₹25 लाख से बढ़ा कर ₹50 लाख कर दी गई है।
राजस्थान के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों का बड़े से बड़ा और महंगे से महंगा इलाज, राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है।
कांग्रेस फिर से,
सदा चिरंजीवी राजस्थान!
राहुल गांधी के चिरंजीवी योजना को लेकर किए गए अस्पताल के दौरे के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो जिस तरह से मंगलवार को घोषणा पत्र में चिरंजीवी बीमा 25 लाख से बढ़कर 50 लाख रुपए किया गया है, उससे कहीं न कहीं इस योजना के जरिए पार्टी मतदाताओं को साधना चाहती है। यही वजह है कि पार्टी थिंक टैंक ने राहुल गांधी का अस्पताल दौरा अचानक प्लान करवाया है।
क्या है चिरंजीवी योजना
बता दें कि राजस्थान में ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ अंतर्गत सभी सरकारी अस्पतालों में OPD और IPD की सेवाएं पूरी तरह से नि:शुल्क हैं। साल 2021 में गरीब कल्याण और उन्हें निशुल्क चिकित्सा मुहैया कराने के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार ने इसे शुरु किया था। इसमें लाभार्थी को 25 लाख तक का इलाज मुफ्त दिया जाता है। इसमें कैंसर, हार्ट सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, कोविड सहित 19 गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है। योजना में अब तक 1 करोड़ से ज्यादा परिवार जुड़ चुके हैं। अब चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 25 लाख के कवरेज को बढ़ाकर 50 लाख करने की घोषणा की है।
चिरंजीवी योजना के बजट पर उठ रहे सवाल
चिरंजीवी योजना का बजट लगभग 3500 करोड़ बताया जाता है। योजना इन्शुरेन्स प्रीमियम पर आधारित है लेकिन जब गणित की बात की जाय तो मामला उलझता दिखाई दे रहा है। यदि राज्य के 7000 हज़ार लोग 50 लाख कवर का पूरा फायदा उठा ले तो बजट ही पूरा खर्च हो जाएगा। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बजट 3500 करोड़ भले ही हो, जनता को राहत बीमा के माध्यम से मिलती रहेगी।