जयपुर, 23 दिसंबर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जैसलमेर स्थित तनोट माता मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि राजस्थान के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मंदिर के मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध रूप से काम कर इसे विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए।
श्री शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर तनोट माता मंदिर क्षेत्र के मास्टर प्लान को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के क्षेत्र में अत्याधुनिक विकास कार्य किए जाएं जिससे यहां आने वाले पर्यटक देश के प्रति गौरवान्वित हों तथा उनमें देशभक्ति का भाव जागृत हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्य मंदिर तथा प्रवेश द्वार के सौंदर्यीकरण को प्राथमिकता देते हुए पूरे परिसर में सभी आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएं।
श्री शर्मा ने कहा कि मंदिर को पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हुए स्थानीय समुदाय के लिए रोजगार और आर्थिक अवसरों का सृजन भी किया जाए। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट, डेजर्ट सफारी सहित मंदिर के मास्टरप्लान के तहत बनने वाले सभी अत्याधुनिक सुविधाओं की समीक्षा की।
इस दौरान बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री शिखर अग्रवाल, शासन सचिव पर्यटन श्री रवि जैन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।