राजस्थान में पेट्रोल पंप संचालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित कर दी गई है। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की हुई बातचीत के बाद हड़ताल स्थगित किए जाने का ऐलान किया गया है। मालूम हो कि राजस्थान में पट्रोल-डीजल पर वैट पड़ोसी राज्यों से अधिक होने के कारण पूरे देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में है। ऐसे में आम लोगों के साथ-साथ पंप संचालकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इस कारण राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने 13-14 सितंबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रखे।
इसके बाद राजस्थान सरकार द्वारा कोई पहल शुरू नहीं किए जाने पर पेट्रोल पंप संचालकों ने आज 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी।
पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल शुरू होते ही पूरे प्रदेश में हड़कंप जैसी स्थिति हो गई।आनन-फानन में सरकार ने चेतते हुए डीलर्स संघ के साथ मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीटिंग की। जिसके बाद हड़ताल स्थगित किए जाने का ऐलान किया गया।
इस बातचीत में सरकार ने डीलर्स एसोसिएशन से 10 दिनों का समय मांगा। सरकार ने कहा कि पेट्रोल पंप संचालकों की मांग के लिए एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया जाएगा, जो 10 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। मंत्री द्वारा आश्वासन मिलने के बाद डीलर्स एसोसिएशन ने 10 दिनों के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित कर दी गई।
मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने बेसिक एक्ससाइज राज्यों की बढ़ा नहीं रही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि सरकार स्टडी करवाएगी। मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने वैट नहीं बढ़ाया है।