जयपुर, 31 जनवरी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, की ओर से सोमवार को इनोवेटिव कार्यक्रम डीएसटी-होम स्कूलिंग पॉडकास्ट का ऑनलाइन शुभारम्भ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्रीमती जाहिदा खान द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती खान ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम से प्रारम्भिक रूप से राज्य की कक्षा 6 से 10 तक की विज्ञान विषय का पाठ्यक्रम हिन्दी व इंगलिश भाषा में उपलब्ध होगा एवं इस कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा 6 से 10 तक के विज्ञान विषय के पाठ्यक्रम को सरल भाषा में एक निश्चित समय सीमा में पूर्ण करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस पॉडकास्ट कार्यक्रम से दूरदराज, आदिवासी क्षेत्रों व पश्चिमी राजस्थान के विद्यार्थियों को भी लाभ होगा एवं यह पॉडकास्ट उन विद्यार्थियों के लिये भी उपयोगी साबित होंगे जिनके पास इन्टरनेट की बैन्डविथ भी अधिक उपलब्ध नही है।
श्रीमती खान ने कहा पॉडकास्ट सभी विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध होंगे तथा सभी पॉडकास्ट को विभाग के सोशल मीडिया पर यथा फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी उपलब्ध करवाया जायेगा, विभाग द्वारा प्रदत्त केवल, लिंक के माध्यम से विद्यार्थी न केवल सम्पूर्ण विज्ञान का पाठ्यक्रम पॉडकास्ट पर सुन पायेंगे बल्कि प्रशन उत्तर भी उनको उपलब्ध करवाये जायेंगे।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा वर्ष 2021-22 में विज्ञान को टैक्नोलोजी से जोड़ने के लिए राज्य के साइन्स स्ट्रीम वाले 1700 से अधिक गर्वनमेंट सीनियर सैकण्डरी स्कूल में साइन्स - स्पेस क्लब स्थापित करने की द्योषणा की गयी है। उन्होने बताया कि राज्य सरकार के विज्ञान से जुड़े नीतिगत फैसलों एवं कार्यक्रमों की वजह से इन्सपायर मानक प्रोग्राम में राजस्थान राज्य देश में अव्वल नम्बर पर आया है। राज्य के स्कूलों के विद्यार्थियों ने सर्वोपरि स्थान सर्वाधिक संख्या में इनोवेटिव प्रोजेक्ट इन्सपायर मानक कार्यक्रम में सबमिट किये एवं अव्वल स्थान प्राप्त किया।
विभाग द्वारा जयपुर स्थित सेटकाफम में रिर्कोडिंग, एडिटिंग एवं लाइव स्ट्रीमिंग शुरू करने के लिए तकनीकी उपकरण लगाये जा रहे हैं, वर्ष 2012-13 में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा की गयी द्योषणा के अनुरूप विभाग द्वारा मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए इसरो द्वारा स्थापित सैटकॉम केन्द्र के द्वारा विभिन्न विज्ञान विषय की कोचिंग लाइव फॉर्म में विशेषज्ञों द्वारा प्रदान करने की शुरूआत की गयी एवं इससे 28 हजार से ज्यादा विद्यार्थी लाभान्वित हुए।
अंत में श्रीमती खान ने विज्ञान से जुड़ी महिलाओं से आहन किया कि वे विभाग के पॉडकास्ट कार्यक्रम से अधिक से अधिक जुड़ें एवं अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विभाग के इस कार्यक्रम पर आमजन से फीडबैक प्राप्त करें व इस कार्यक्रम की गुणवत्ता को और बेहतर बनायें एवं उन्होंने डीएसटी.-होम स्कूलिंग पॉडकास्ट से जुड़े शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं तकनीकी टीम को शुभकामनाऎं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग की सचिव श्रीमती मुग्धा सिन्हा ने की एवं बताया कि पूर्व में जिस प्रकार रेडियो के माध्यम से समाचार, साइन्स क्विज आदि कार्यक्रमों का प्रसारण होता था उसी तरह से आज की डिजिटल टैक्नोलोजी के बदलते स्वरूप का उपयोग करते हुए विभाग ने अपनी पहुंच अधिक से अधिक बच्चों में बनाने के लिए इस डीएसटी.-होम स्कूलिंग पॉडकास्ट की शुरूआत की है। इस कार्यक्रम सेे वे सभी बच्चे लाभान्वित होंगे जो कि स्कूली शिक्षा से जुड़े हुए हैं अथवा किन्हीं कारणों से स्कूली शिक्षा से नहीं जुड़ पाये हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से बनाये गये कक्षा 6 से 10 तक के विज्ञान विषय के पाठ्यक्रम को बिना किताबों के सिर्फ सुनकर ही समझा जा सकता है। अतः यह बच्चों के लिए ज्ञानार्जन का एक अच्छा माध्यम साबित होंगे। कार्यक्रम का प्रारम्भ विभाग के परियोजना निदेशक द्वितीय, मनु सिकरवार ने किया एवं अंत में धन्यवाद प्रस्ताव कुमारी अल्फिया गौरी, यंग प्रोफेशनल द्वारा दिया गया।