जयपुर, 13 दिसंबर। विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व ऊर्जा डॉ. सुबोध अग्रवाल ने राज्य में लेंड रिकोर्ड, फारेस्ट रिकोर्ड और माइंस डेटा की मेपिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेपिंग होने से खनिज ब्लॉकों के चिन्हीकरण और नीलामी का कार्य और अधिक पारदर्शी व त्वरित हो सकेगा।
डॉ. अग्रवाल सोमवार को यहां सचिवालय में माइंस विभाग की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि बंशीपहाड़पुर की तर्ज पर जोधपुर बैरी गंगा क्षेत्र और बालसमंद क्षेत्र का वन भूमि में डायवर्जन करवाया जाएगा। इसी तरह से वन भूमि में खनिज क्षेत्रों का चिन्हीकरण और प्लॉट नीलामी के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने चालू वित्तीय वष्र्स में राजस्व वृद्धि के समन्वित प्रयासों की सराहना करते हुए इस विकास दर को बनाए रखने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मांइस नीलामी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी व कारगर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे नीलामी में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को समुचित जानकारी के साथ ही स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा से अधिक राजस्व प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए उडीसा मॉडल का परीक्षण किया जा रहा है।
डॉ. अग्रवाल ने बजट घोषणाओं की क्रियान्विति पर संतोष व्यक्त किया और बताया कि 2021-22 की तीन बजट घोषणाओं में से दो घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं वहीं एक घोषणा प्रगति पर है। उन्होेंने मुख्यमंत्री, खान मंत्री, मुख्यमंत्री निर्देश और जनघोषणाओं की क्रियान्विति प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने केन्द्र सरकार स्तर पर लंबित प्रकरणों और अन्तरविभागीय मुद्दों के निस्तारण के लिए समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए।
निदेशक माइंस श्री केबी पण्ड्या ने बताया कि राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज 18370 प्रकरणों में से 17811 प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग के पुनर्गठन का कार्य अंतिम चरण में है।
श्री पण्ड्या ने बताया कि माइंस विभाग से संबंधित 5 जनघोषणाओेंं में से 4 घोषणाएं पूरी की जा चुकी हैं एक जनघोषणा के क्रियान्वयन की कार्यवाही जारी है। उन्होंने बताया कि इस साल माइंस विभाग द्वारा रेकार्ड राजस्व अर्जित किया जाएगा।
श्री ओम कसेरा ने बताया कि पेट्रोलियम और गैस उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ ही गत वर्षों की तुलना में अधिक राजस्व अर्जित किया गया है।
बैठक में उपसचिव श्री राजेन्द्र मक्कड, नीतू बारुपाल, अतिरिक्त निदेशक श्री हर्ष सावनसुखा, अतिरिक्त निदेशक श्री बीएस सोढ़ा, ओएसडी श्री महावीर प्रसाद मीणा, श्री सुनील वर्मा, वित्तीय सलाहकार सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।