जयपुर, 13 फरवरी 2022 : भाजपा के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने राजस्थान के विभिन्न बोर्डों, निगमों व आयोगों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति को अवैधानिक करार देते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसे लेकर राजेन्द्र राठौड़ और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार संयम लोढ़ा के बीच सोशल मीडिया पर सियासी हमलों का दौर शुरू हो गया।
राज्य के मुखिया @ashokgehlot51 जी द्वारा संविधान के आर्टिकल 166 व 167 के प्रावधानों की अवहेलना कर अपने समर्थित 11 विधायकों को विभिन्न बोर्डों, निगमों व आयोगों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर अवैधानिक नियुक्ति दिये जाने को लेकर महामहिम राज्यपाल महोदय को पत्र लिखा। pic.twitter.com/tWSYVJ7yew
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) February 12, 2022
संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर कहा-भाजपा में मेरे मेधावी दोस्त आज उपनेता बनने पर मजबूर है! @ashokgehlot51 जी कहते हैं, हर गलती कीमत मांगती है और इसका सबसे सही उदाहरण आप हैं। न शाखाओं पर हमले करते और न आज आपके ये हाल होते! शेखावत जी के असली वारिस को देखो कैसे दिन देखने पड़ रहे हैं।
भाजपा में मेरे मेधावी दोस्त आज उपनेता बनने पर मजबूर है! @ashokgehlot51 जी कहते हैं, हर गलती कीमत मांगती है और इसका सबसे सही उदाहरण आप हैं। न शाखाओं पर हमले करते और न आज आपके ये हाल होते! शेखावत जी के असली वारिस को देखो कैसे दिन देखने पड़ रहे हैं।@INCRajasthan @BJP4Rajasthan https://t.co/vLo5muO1Bn
— Sanyam Lodha (@SanyamLodha66) February 12, 2022
इस पर जवाब देते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने कहा-
आपको हर बार कांग्रेस अयोग्य मानकर टिकट से महरूम रखती है लेकिन आप सदैव 'अंगूर खट्टे है' की तर्ज पर टिकट नहीं मिलने के बाद भी दर्द को दबाकर कांग्रेस के स्वघोषित प्रवक्ता की भूमिका में आ जाते हैं। मित्र, आप संघर्ष करते रहे, कभी तो अंगूर मीठे होंगे।कभी तो आपकी योग्यता का सम्मान होगा।
आपको हर बार कांग्रेस अयोग्य मानकर टिकट से महरूम रखती है लेकिन आप सदैव 'अंगूर खट्टे है' की तर्ज पर टिकट नहीं मिलने के बाद भी दर्द को दबाकर कांग्रेस के स्वघोषित प्रवक्ता की भूमिका में आ जाते हैं। मित्र, आप संघर्ष करते रहे, कभी तो अंगूर मीठे होंगे।कभी तो आपकी योग्यता का सम्मान होगा।
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) February 12, 2022
फिर संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर जवाब देते हुए कहा-प्रिय राजेन्द्र राठौड़ जी, आपने स्वयं के लिये उप नेता, प्रतिपक्ष #राजस्थान_विधानसभा लिखा हुआ है।
क्या यह पद राजस्थान विधानसभा के किसी भी नियम में है ? कोर्ट का आदेश मंत्रियों की संख्या और ऑफ़िस ऑफ प्रोफ़िट के लिहाज़ से है, किसी भी विधायक को कोई लाभ नही दिया गया है।
प्रिय राजेन्द्र राठौड़ जी, आपने स्वयं के लिये उप नेता, प्रतिपक्ष #राजस्थान_विधानसभा लिखा हुआ है।
— Sanyam Lodha (@SanyamLodha66) February 12, 2022
क्या यह पद राजस्थान विधानसभा के किसी भी नियम में है ?
कोर्ट का आदेश मंत्रियों की संख्या और ऑफ़िस ऑफ प्रोफ़िट के लिहाज़ से है, किसी भी विधायक को कोई लाभ नही दिया गया है। #BJPcries https://t.co/1d6KveyTTx
इस पर जवाब देते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने कहा-
सलाहकार महोदय जी, आपको मेरी सलाह है कि आप जैसे योग्य व्यक्ति को टिकट से वंचित रखने वाली कांग्रेस पार्टी के CM @ashokgehlot51 जी से पूछना कि 14वीं विधानसभा में जब कांग्रेस के मिनी बस सवारी जितने 21 MLA थे, तब वर्तमान सरकार में मंत्री रमेश मीणा जी को उपनेता प्रतिपक्ष क्यों बनाया ?
सलाहकार महोदय जी, आपको मेरी सलाह है कि आप जैसे योग्य व्यक्ति को टिकट से वंचित रखने वाली कांग्रेस पार्टी के CM @ashokgehlot51 जी से पूछना कि 14वीं विधानसभा में जब कांग्रेस के मिनी बस सवारी जितने 21 MLA थे, तब वर्तमान सरकार में मंत्री रमेश मीणा जी को उपनेता प्रतिपक्ष क्यों बनाया ? https://t.co/XtmJTU0hhr
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) February 12, 2022
हम शाखाओं से तो जुड़े हुए हैं पर आपको तो कांग्रेस ने तने से ही काट दिया और जब भी चुनाव में टिकट देने की बारी आई तो आपको काबिल तक नहीं समझा। आपकी प्रतिभा का मैं तो कायल हूं, पर आप जैसे प्रतिभाशाली आदमी को कुचलना कांग्रेस की फितरत रही है। मित्र अभी भी समय है, संयम से काम लीजिए। https://t.co/mSKZyR8rds
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) February 12, 2022