राजस्थान में सावन महीने के दूसरे सोमवार को शिवालयों में बाबा भोलेनाथ का जला अभिषेक करने के लिए मालेश्वर धाम से कावड़ लेकर आ रहे कावड़ियों के साथ बज रहे डीजे को पुलिस द्वारा जब्त करने पर हंगामा हो गया। रविवार दोपहर डेढ़ बजे जयपुर अजमेर हाईवे पर कावड़ियों के साथ चल रहे डीजे को पुलिस ने रोककर जब्त कर लिया। पुलिस की कार्यवाही से कावड़ियों में आक्रोश फैल गया और ये खबर कस्बे में भी फैल गई। वही अन्य कावड़ियों के दलों को भी इसकी सूचना लग गई जिसके बाद सभी कावड़िये थाने पर एकत्रित होना शुरू हो गए और पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लग गए।
कावड़ियों के इस धरने प्रदर्शन में सैकड़ों स्थानीय ग्रामीण भी शामिल हो गए। सूचना मिलने पर बगरू एसीपी अनिल शर्मा मौक़े पर पहुंचे और धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से बात की। लेकिन मामला शांत नहीं हुआ।
कावड़ियों ने आरोप लगाया की जब राजनीतिक कार्यक्रमों में डीजे बजाया जाता हैं तब उनको कोई नहीं रोकता लेकिन धार्मिक कार्यक्रमो में डीजे बजाने पर पुलिस कार्रवाई करती हैं।
वहीं पुलिस ने जयपुर पुलिस आयुक्तालय के डीजे पर रोक के आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले कई वर्षों से डीजे बजाने पर रोक लगी हुई हैं। उन्हीं आदेशों की पालना करते हुए उक्त कार्रवाई की गई हैं।
मामलें को ACP बगरू अनिल शर्मा ने कहा कि कावड़ियों द्वारा आयुक्तालय क्षेत्र में प्रतिबंधित डीजे का गैर कानूनी उपयोग किया जा रहा था, इस वजह से डीजे को नियमानुसार जब्त किया गया। इसके विरोध के फल स्वरूप धरना प्रदर्शन किया गया, धरने में कस्बे के लोगों को समझाइश कर धरना प्रदर्शन समाप्त करवाया गया। नियमानुसार ही कावड़ यात्रा निकालने के लिए समझाइश की गई हैं।