उदयपुर,24 अप्रैल 2022 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के बीच वाक युद्ध का दौर अपने चरम पर है।
पिछले दिनों जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुलाबचंद कटारिया को मेंटली डिस्टर्ब बताया था, वहीं आज गुलाबचंद कटारिया ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए अशोक गहलोत को मानसिक रूप से विकृत तक कह डाला।
राजस्थान के आदरणीय मुख्यमंत्री जी ने जो अपना त्यागपत्र वर्षों पहले आलाकमान को दे रखा है उसको अब उजागर करने का मतलब है उनका जाना तय है और वो अपनी झेंप मिटाने के लिए ऐसा कह रहे है। pic.twitter.com/qV7EUWlSyZ
— Gulab Chand Kataria (@Gulab_kataria) April 24, 2022
उसके बाद कटारिया यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा-आदरणीय राजस्थान के मुख्यमंत्री स्वतंत्रता के बाद राजस्थान में राजा हरिश्चंद्र के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में जनता के सामने आए हैं। उन्होंने बहुत पहले ही सोनिया गांधी को अपना त्यागपत्र दे दिया था। लेकिन राजा हरिश्चंद्र इतने दिनों बाद इस बात को उजागर कर रहा है। इसलिए थोड़ा संदेह हो रहा है कि ये इतनी लंबी इंतजार के बाद ये रहस्योद्घाटन आपने जो किया है, वह वास्तव में आपके हरिश्चंद्र की कहानी को चरितार्थ करता है। अब तो आप मानसिक दृष्टि से इतने विकृत हो गए हैं ,इन दिनों में आए इस प्रकार के आप के कथनों का जनता के सम्मुख जा रहे हैं। आप कह रहे हो कि करौली का दंगा भड़काने का काम हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के आने के कारण हुआ। मैं उस राजा हरिश्चंद्र से पूछना चाहता हूं कि वह जो मस्जिद और मकान पर जो इतने पत्थर इकट्ठे किए, वे नड्ढा जी के कहने से किए या गुलाब चंद कटारिया के कहने से किये है? यह थोड़ा बता दें और वहां इतने लोग इकट्ठे होकर के पत्थरों की बारिश करते हैं। रैली पहले से घोषित रैली थी, फिर आपकी पुलिस कहां गई और उस क्षेत्र के जितने हिंदुओं की दुकानें थी, उसको जिस तरीके से घंटों लूटा। उसमें आगजनी करने के बाद तीन तीन घंटों तक फायर ब्रिगेड का नहीं पहुंचना, यह जो राजा हरिश्चंद्र बोल रहा है कि यह दंगा नड्डा जी के आने के बाद हुआ है। कृपा करके इसको थोड़ा स्पष्ट करें तो समझ में आता लगता है। आपके कई कलेक्टर रिश्वत लेते हुए पकड़े गए । कई आर ए एस अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े गए। यह तो ACB की गनीमत है कि उन्होंने किया है और आप वास्तव में हरिश्चंद्र की संतान हो तो, जितने भी जनप्रतिनिधि हैं, जितने भी चाहे नेता है, उनका ACB को पूरी छूट दो कि उनको भी ट्रैप करें और ट्रैप करने के बाद यह केवल कलेक्टर का ही दोष नजर नहीं आ रहा है, राजस्थान के प्रशासन और मुख्यमंत्री का दोष नजर आ रहा है। एक के बाद एक कलेक्टर जो जनता को लूट रहे हैं और राजस्थान का मुख्यमंत्री और असहाय बनाकर के एमएलए और एमपी को लूटने के लिए राजस्थान की जनता को छोड़ रहा है। कृपा करके आपका जो इतने दिनों से त्यागपत्र दिया हुआ है वह घोषित करने की आवश्यकता है।