जयपुर 16 जनवरी 2022 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अलवर केस को लेकर चुप्पी तोड़ी और ट्वीट कर सरकार का पक्ष रखा। अशोक गहलोत बोले कि राज्य सरकार अलवर जिले में मानसिक रूप से एक कमजोर किशोरी के बदहाल व घायल अवस्था में मिलने के विषय की पीड़िता के परिजनों की इच्छा के मुताबिक, शहर के बाहर के एक पुलिस अधिकारी, अपराध शाखा, एसओजी या केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी किसी भी एजेंसी से जांच कराने के लिए तैयार है।
सीएम गहलोत ने इस मामले को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया। गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि -"बलात्कार की बात से परिवारवालों पर क्या बीतती है, इसकी चिंता किए बगैर अलवर के विमंदित बालिका प्रकरण में BJP द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा घिनौना प्रचार किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है। राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कर रही है।यदि फिर भी परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या CID, क्राइम ब्रांच, एसओजी अथवा CBI से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो प्रदेश सरकार इसके लिए भी तैयार है।
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी किशोरी को रेप पीड़िता बता रही है, जबकि मेडिकल रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हो गई है कि उसके साथ बलात्कार या यौन उत्पीड़न नहीं हुआ है।
बलात्कार की बात से परिवारवालों पर क्या बीतती है, इसकी चिंता किए बगैर अलवर के विमंदित बालिका प्रकरण में BJP द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा घिनौना प्रचार किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है। राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कर रही है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 15, 2022
यदि फिर भी परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या CID, क्राइम ब्रांच, एसओजी अथवा CBI से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो प्रदेश सरकार इसके लिए भी तैयार है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 15, 2022
सरकार की नीयत स्पष्ट है कि इस मामले में स्वतंत्र अनुसंधान हो एवं इस घटना की वास्तविकता सामने आए।
उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को कहा कि हम मामले की सीबीआई (CBI) जांच की मांग करते हैं ताकि सच्चाई सामने आए। उन्होंने पुलिस पर इस मामले में रुख बदल लेने का आरोप भी लगाया है।