जयपुर, 3 मार्च। चिकित्सा मंत्री श्री परसादी लाल मीणा के निर्देश पर मुख्य्मंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों की सुविधा और निःशुल्क इलाज में सहायता के लिये योजना से जुडे प्रत्येक निजी अस्पताल में सहायता केन्द स्थापित की जा रही है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी श्रीमती अरूणा राजोरिया ने बताया कि हैल्प-डेस्क योजना के पंजीकृत लाभार्थी परिवारो और अस्पतालों के बीच समन्वय स्थापित कर उन्हे उस संबंधित निजी अस्पताल मे निःशुल्क इलाज का लाभ दिलाने और जरूरत पड़ने पर किसी दूसरे सम्बद्ध अस्पताल में रैफर करने में भी लाभार्थियों की पूरी मदद करेंगे। ये सहायता केन्द्र यह सुनिश्चित करेंगे कि जानकारी के अभाव में कोई भी लाभार्थी परिवार योजना में इलाज से वंचित न रहें। इन हैल्प-डैस्क पर विभाग की और से चिरंजीवी मित्र अपनी सेवाएं देंगे। ये चिरंजीवी मित्र योजना के बेहतर क्रियान्वयन, मरीजो की सहायता, परिवेदनाओ का निस्तारण, प्रचार-प्रसार और मरीज को किसी दूसरे सम्बद्ध अस्पताल में रैफर करने का कार्य करेंगे। इन चिरंजीवी मित्रो के पास अपने जिले के योजना से जुडे सभी अस्पतालों की सूची, उनका पता और नोडल अधिकारी का नम्बर उपलब्ध होगा। किसी निजी अस्पताल में अगर लाभार्थी की बीमारी का संबंधित उपलब्ध नही होगा तो चिरजीवी मित्र योजना से जुडे जिले के किसी दूसरे अस्पताल में 108 एंबुलेंस के द्वारा मरीज को रैफर भी कर पायेंगे जिससे मरीज को समय पर योजना के अन्तर्गत निःशुल्क इलाज मिल सकें। इस सम्बन्ध में आज प्रदेश के चिरंजीवी मित्रों और योजना के सभी जिला कार्यक्रम समन्वयकों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र में चिरंजीवी मित्रों को अस्पताल में उनकी भूमिका, योजना की जानकारी, पैकेजेज, आईईसी, परिवेदना निस्तारण आदि के बारे विस्तार से बताया गया।
योजना से अब तक साढ़े आठ लाख से अधिक मरीज निःशुल्क इलाज से हुए लाभान्वित
संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी श्री सौरभ स्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से अब तक प्रदेश के 8 लाख 88 हजार 930 मरीजो को निःशुल्क इलाज से लाभान्वित किया जा चुका है। पंजीकृत परिवारो को सरकारी और निजी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण इलाज बिना किसी खर्च के लगातार मिल रहा है।
सहायक मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अमित यादव ने बताया कि योजना के अन्तर्गत विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिये 1597 पैकेजेज और प्रोसिजर योजना में उपलब्ध है। योजना में सामान्य बीमारी से लेकर हार्ट, कैंसर, न्यूरो, कोविड-19 और ब्लैक फंगस गंभीर जैसी बीमारियों का इलाज निःशुल्क किया जा रहा है। योजना से अब तक 695 निजी और 788 सरकारी अस्पताल जुड चुके है। योजना के संबंध में अधिक जानकारी या शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 181 पर फोन किया जा सकता है।