राजस्थान में 3 दिन पहले शुरू हुई अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में मिलने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें से एक में मिर्च पाउडर के खराब क्वालिटी होने का संदेह जताया जा रहा है। वायरल वीडियो की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर प्रशासन हरकत में आया और इसकी जांच शुरू करवाई गई। शुक्रवार को प्रशासन की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाड़मेर में सप्लाई करने वाली कंपनी के वेयरहाउस में पहुंचकर अन्नपूर्णा फूड पैकेट के तहत मिलने वाली सामग्री के सैंपल लिए।
जोधपुर लैब में सैंपल भेजे गए : बाड़मेर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर अंजुम ताहिर सम्मा ने बताया कि दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसकी जांच करवाने पर सामने आया कि एक वीडियो बाड़मेर जिले के धनाऊ गांव का है। इस संबंध में धनाऊ तहसीलदार को भेजकर जांच करवाई गई है, लेकिन अभी जांच रिपोर्ट आना शेष है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया देखने पर मिर्च पाउडर का रंग हल्का लाल है, जिसके कारण उसकी क्वालिटी पर संदेह किया जा रहा है.। सूंघने ओर देखने में मिर्च पाउडर ही लग रहा है, लेकिन विस्तृत जांच के लिए जोधपुर लैब में सैंपल भेजे गए हैं।
मामले को लेकर भाजपा प्रखर होती दिखाई दे रही है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष CP जोशी ने ट्वीट कर कहा -"फ्री राशन के नाम पर जनता को जहर मत बांटिए मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी। आपकी योजनाओं में दी गई खाद्य सामग्री से यदि किसी का स्वास्थ्य खराब हो गया तो अभी तक आपकी स्वास्थ्य सेवाएं इतनी बेहतर नहीं है कि चिकित्सा समय से मिल पाएगी।"
वही भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा -"गहलोत जी, जिसे जनता को बांट रहे हो उसे खुद भी खा कर बताओ!!राजस्थान सरकार की अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की सामग्री गहलोत जी के कामकाज की तरह गुणवत्ताविहीन है!"