राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेपर लीक मामलें में अपने अधिकारियों और नेताओं को क्लीन चिट देने की कोशिश की है। जयपुर ऑफिसर ट्रेनिंग स्कूल में दो दिवसीय चिंतन शिविर में मंगलवार को सरकार के कार्यों की समीक्षा करने पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में पेपर लीक मामले में विपक्ष पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। पेपर लीक मामले में विपक्ष ने सरकार के नेताओं और अधिकारियों के शामिल होने के आरोप लगाए थे। इन आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें कोई अधिकारी और नेता शामिल नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "हमारी उपलब्धि बहुत बड़ी है कि यहां साढ़े तीन लाख नौकरी लग रही हैं। जनता के बीच इन उपलब्धियों का श्रेय सरकार को नहीं मिले इसलिए विपक्ष के लोग जानबूझकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, झूठे आरोप लगा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।"
"विपक्ष वाले बौखलाए हुए हैं, इसलिए जानबूझकर नेताओं और अधिकारियों के नाम ले रहे हैं। यह इनका षड्यंत्र है।"
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "कोई अधिकारी इसमें शामिल नहीं है और कोई नेता इसमें शामिल नहीं है। पेपर लीक करने वालों की जी गैंग बनी हुई है, उन तक हम पहुंचे हैं।"
सीएम गहलोत ने कहा, "पिछली सरकार में भी पेपर लीक हुए हैं, आज तक कोई कार्रवाई हुई क्या? कई राज्यों में तो पेपर लीक हो जाते हैं, उसके बाद भी पेपर पूरे हो जाते हैं और फर्जी लोग उसका फायदा उठा कर नौकरी भी लग जाते हैं। हमने पेपर कैंसिल किए हैं।"
उन्होंने कहा, "सरकार तीन लाख से ज़्यादा नौकरी दे रही है। यह विपक्ष के लोग नहीं चाहते कि सरकार की परफॉर्मेंस जनता के बीच जाए।"