जयपुर, 09 मई 2022 : राजस्थान में पांचवीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले रजिस्टर्ड मदरसों के विद्यार्थियों से अब परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा। पांचवीं बोर्ड परीक्षा में रजिस्टर्ड मदरसों के विद्यार्थियों से 40 रूपए परीक्षा शुल्क लिया गया था।
राजस्थान सरकार ने 5 मई को प्रदेश के रजिस्टर्ड मदरसों के 25 हजार 674 परीक्षार्थियों की 5वीं बोर्ड के परीक्षार्थियों का परीक्षा शुल्क माफ करने का फैसला लिया है। इससे रजिस्टर्ड मदरसों में पढ़ने वाले 25 हजार 674 परीक्षार्थियों की 10 लाख 26 हजार 960 रुपये वापस करने का फैसला लिया गया।
लेकिन राजस्थान सरकार के इस फैसले का अब चौतरफा विरोध हो रहा है। भाजपा ने इस फैसले पर जमकर हमला बोलते हुए प्रदेश सरकार को कटघरे में लाने की कोशिश शुरू कर दी है।
भाजपा से पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने तुरंत प्रभाव से इस फैसले को वापस लेने की सरकार को हिदायत दी है। ऐसा नहीं होने पर इसका परिणाम आगामी चुनावों में भुगतने की चेतावनी भी दी है।
ध्यान देने वाली बात ये है कि राजस्थान में इस साल 5वीं बोर्ड की परीक्षा के समय सरकारी स्कूलों में परीक्षा शुल्क पूरी तरह से माफ रखा गया था, लेकिन निजी स्कूलों और मदरसों में 5वीं बोर्ड के लिए 40 रुपये परीक्षा शुल्क वसूला गया था, इसके साथ ही निजी और सरकारी स्कूलों में तो 8वीं बोर्ड का परीक्षा शुल्क पूरी तरह से माफ रखा गया था।
ऐसे में अब सरकार स्कूलों और मदरसों में 5वीं बोर्ड का परीक्षा शुल्क माफ है तो वहीं, निजी स्कूलों के विद्यार्थियों ही 5वीं बोर्ड परीक्षा शुल्क के दायरे में आ रहे हैं, जिसके चलते अब इस आदेश का विरोध देखने को मिल रहा है।