भरतपुर राजघराना विवाद : दिव्या सिंह ने कहा, "पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने हमारे घर के विवाद में घी छिड़का है, 2 से ढाई साल तक अशोक गहलोत ने ही आग लगाई है !
राजस्थान के भरतपुर रियासत के पूर्व राजपरिवार के घर की लड़ाई अब सड़क पर आती दिखाई दी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह का अपनी पत्नी और पूर्व सांसद दिव्या सिंह और पुत्र अनिरुद्ध के साथ लगभग तीन वर्षों से झगड़ा चल रहा है।
इससे पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के समर्थन में जाट समाज की एक दिन पहले पंचायत हुई थी। जाट समाज की पंचायत के बाद आज बुधवार (22 मई) को विश्वेंद्र सिंह की पत्नी दिव्या सिंह और पुत्र अनिरुद्ध सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस की। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लगाए गंभीर आरोप
पूर्व सांसद दिव्या सिंह और उनके बेटे अनिरुद्ध सिंह ने दावा किया कि भरतपुर के एक वरिष्ठ पीसीसी सदस्य ने बताया है कि इस सारे फसाद के पीछे कांग्रेस के सीनियर लीडर का हाथ है। यह बात उन्होंने बिलकुल सही कही है। दिव्या सिंह ने कहा, "पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने हमारे घर के विवाद में घी छिड़का है। 2 से ढाई साल तक अशोक गहलोत ने ही आग लगाई है।" उन्होंने आगे कहा, "जिस लीडर ने यह स्टेटमेंट दिया, उसने सही स्टेटमेंट दिया है। उन्हें पता होगा शायद अशोक गहलोत ने आग आग में घी छिड़कने का काम किया है।
'पंचायत या महापंचायत से नहीं पड़ता कोई फर्क'
पूर्व सांसद दिव्या सिंह ने कहा की हमें ज्यूडीशियरी पर भरोसा है। पंचायत जोड़ने की जरुरत नहीं है। पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि मामला एसडीएम कोर्ट में चल रहा है। हमारा ब्यूरोक्रेसी, एसडीएम कोर्ट और ज्यूडिशल सिस्टम में विश्वास है।
दिव्या सिंह ने कहा कि हमें कोई पंचायत जोड़ने की जरुरत नहीं है। पंचायतें हमने बहुत देखी हैं। कुंवर अरुण सिंह, कृष्णेन्द्र कौर दीपा और राव राजा रघुराज सिंह के खिलाफ भी पंचायत की गई थी, लेकिन सभी लोग अपने घर बैठे हैं। इन पंचायत या महापंचायत से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि "अशोक गहलोत सरकार में मोती महल के बाहर नगर निगम और यूआईटी के एरिया का सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था। उन सभी प्रोजेक्ट को रोक दिया गया।
मोती महल के अंदर ऐतिहासिक और विरासत के सामान की देखरेख के काम को भी रोक दिया गया।हमें कुछ काम के लिए परमिशन चाहिए थी उन्हें रोक दिया गया।"
'हमें हमारे लोगों को मिल रही हैं धमकियां'
अनिरुद्ध सिंह ने इस मौके पर आगे कहा, "हमने अशोक गहलोत से मिलने की कोशिश की, हमें वहां भी रोक दिया गया।" उन्होंने कहा, "मोती महल परिसर में एक हिस्टोरिकल बिल्डिंग है। वहां कोई रहे या न रहे, वहां कई ऐतिहासिक चीजें हैं। उनकी रक्षा के लिए चार गार्ड को तैनात किया गया था। उसे अशोक गहलोत ने हटा दिया।"
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर गंभीर आरोप लगाते हुए अनिरुद्ध सिंह ने कहा, "अगर कोई हिस्टोरिकल चीज मोती महल से गायब हो जाती है तो उसके जिम्मेदार अशोक गहलोत होंगे। हमारे लोगों ने अगर कोई सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल दिया, उसके यहां पुलिस फोर्स भेज दी गई। उसे गिरफ्तार कर लिया गया।"
उन्होंने आगे कहा कि इन सब चीजों के लिए पूर्व सीएम गहलोत जिम्मेदार हैं। हमें और हमारे लोगों को धमकियां मिल रही है। दिव्या सिंह ने कहा, "हमें लाइफ थ्रेट मिली है।हमारे फोन पर धमकी भरे कॉल आ रहे हैं।हमारे स्टाफ को भी धमकियां दी जा रही हैं।"