जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग द्वारा अमृत कलश योजना के तहत आरएएस प्री परीक्षा हेतु माणिक्यलाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान में एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों हेतु निःशुल्क कोचिंग का शुभारंभ सोमवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने टीआरआई परिसर में किया। इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए श्री खराड़ी ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्र के आदिवासी समाज का बच्चा भी कलेक्टर -एसपी बने, इसी मंशा के साथ प्रयासरत हूं तथा निकट भविष्य में दिल्ली और जयपुर में टीएसपी एसटी वर्ग के विद्यार्थियों हेतु निःशुल्क आईएएस कोचिंग शुरु करवाने की हमारी योजना है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि प्रशासनिक सेवाओं में दक्ष और कार्यकुशल अभ्यर्थी चयनित होंगे तो इसके प्रशासन और समाज पर सकारात्मक प्रभाव होंगे।
लक्ष्य बडा रखे एवं न पालें अभिमान—
उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से कहा कि मैं आप में से आईएएस और आरएएस बनते देखना चाहता हूं, इस हेतु कड़ी लगन और मेहनत के साथ जुट जाएं। हमारे लिए राष्ट्र सदैव सर्वोपरि होना चाहिए। युवा पीढ़ी के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। लक्ष्य बड़ा रखें एवं कभी अभिमान न पालें, क्योंकि अभिमान पतन का प्रमुख कारण होता है। कठिन परिश्रम पर विश्वास रखें क्योंकि कर्म से भाग्य का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि इस कोचिंग के माध्यम से जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को पूर्ण मार्गदर्शन मिलेगा जिससे उन्हें परीक्षा में आत्मविश्वास एवं मनोबल मिलेगा एवं सफलता प्राप्त होगी।
इस अवसर पर टी.आर.आई. के निदेशक श्री ओ.पी. जैन ने बताया कि जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की अमृत कलश योजना कर जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों को उक्त प्रतियोगी परीक्षा की सम्यक एवं व्यवस्थित तैयारी करवाने के लिए 45 जनजाति अभ्यर्थियों हेतु उक्त कोचिंग कक्षाएं संचालित की जाएगी। 2 फरवरी को आयोज्य प्रारम्भिक परीक्षा हेतु उक्त कोचिंग की नियमित कक्षाएं 18 दिसंबर 2024 से टी.आर.आई. परिसर में सायं 4 बजे से नियमित संचालित होगी। उक्त कोचिंग को संचालित करने वाली संस्था सुरेश चन्द्र लूणावत फाउण्डेशन माय मिशन भी टीआरआई को उक्त उद्देश्यार्थ अपनी नि:शुल्क सेवाएं देंगी। संस्था के श्री संजय लूणावत ने अपना प्रोजेक्ट एवं कार्ययोजना पेश करते हुए बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से माय मिशन के तहत पूर्व में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 38 में से 28 बालिकाओं का चयन हो चुका है। गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन देना संस्था की प्रतिबद्धता है। कक्षाओं के दौरान ऑनलाइन-ऑफलाइन मोड़ में अध्ययन एवं नियमित टेस्ट आयोजित होंगे। नोट्स इत्यादि पाठ्यसामग्री भी अभ्यर्थियों को उपलब्ध करवाई जाएगी। संस्थान की निदेशक (सांख्यिकी) श्रीमती अर्चना रांका ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में टीएडी उपायुक्त श्रीमती रागिनी डामोर, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री महेंद्र कुमार जैन एवं अन्य विभागीय अधिकारी एवं अभ्यर्थी उपस्थित थे।