स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की तैयारी को लेकर उदयपुर नगर निगम के तत्वावधान में हुआ एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राजस्थान में भाजपा सरकार ने आते ही प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता के मिशन को गंभीरता से लेकर सम्पूर्ण राजस्थान में तैयारियां शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर सभी स्थानीय निकायों को निर्देशित कर राजस्थान को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की ठान ली है। आगामी दिनों में होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारी को लेकर नगर निगम उदयपुर के तत्वाधान में होटल योइस में संभाग स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें नगरीय निकायों को आगामी सर्वेक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और पीपीटी के माध्यम से बेहतर परफॉर्मेंस करने के बारे में बताया गया।
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए रीसायकल, रियूज, रिड्यूस की है थीम
आगामी सर्वेक्षण के लिए रीसायकल, रियूज, रिड्यूस थीम को रखा गया है, जिसमें देश के कुल 4800 शहर भाग लेंगे वहीं गत वर्ष कुल 4500 निकायों ने भाग लिया। इस वर्ष वेस्ट टू वण्डर पार्क सहित कचरे के पुनः उपयोग पर फोकस रहेगा। कार्यशाला में बताया गया कि स्वच्छता संरक्षण में प्रत्येक गतिविधि के अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए हैं। सभी नगरीय निकाय प्रमुख गहनता से अध्ययन करें और उसी अनुरूप स्वच्छ संरक्षण 2024 की तैयारी करें। कार्यशाला में बताया गया कि स्वच्छ संरक्षण 2024 में जनप्रतिनिधियों और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों को साथ लेकर आमजन में भी स्वच्छता का संदेश फैलाएं ताकि सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हासिल की जा सके।
स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रत्येक गतिविधि के अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए हैं। सभी नगरीय निकाय प्रमुख गहनता से अध्ययन करें और उसी अनुरूप स्वच्छ संरक्षण 2024 की तैयारी करें। कार्यशाला में बताया गया कि स्वच्छ संरक्षण 2024 में जनप्रतिनिधियों और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों को साथ लेकर आमजन में भी स्वच्छता का संदेश फैलाएं ताकि जो सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हासिल की जा सके।
कार्यशाला में कुशल कोठारी (उप निदेशक क्षेत्रीय ,उदयपुर),गौरव धींग (सहायक अभियंता),सत्यनारायण शर्मा (स्वास्थ्य अधिकारी,नगर निगम उदयपुर), सुभाष चंद्र शर्मा (स्वास्थ्य निरीक्षक,नगर निगम उदयपुर),प्रमोद कुमार मोड़ (वरिष्ठ लेखाकार, उप निदेशक क्षेत्रीय कार्यालय, उदयपुर) के साथ जयपुर निदेशालय से अधीक्षण अभियंता सतीश गुप्ता,सहायक अभियंता अच्युतधर त्रिवेदी,श्रीमती धनु खट्टर (क्षमता संवर्धन विशेषज्ञ)मान सिंह मिर्धा(यूज्ड वॉटर मैनेजमेंट विशेषज्ञ) के के शर्मा( सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट विशेषज्ञ), शिवराज सिंह (आईईसी एक्सपर्ट),कृष्ण गोपाल (अधिशासी अधिकारी,फतहनगर) दुर्गेश रावल (अधिशासी अधिकारी,ऋषभदेव और खेरवाडा),सौरभ जिंदल (अधिशासी अधिकारी ,निम्बाहेड़ा),भानु प्रताप (अधिशासी अधिकारी,कपासन),करनी सिंह (अधिशासी अधिकारी,मावली) और उदयपुर संभाग के समस्त नगरीय निकायो के अधिकारीगण, टेक्निकल स्टाफ और पीएमयू-एमआईएस इंजीनियर उपस्थित रहें।