भारतीय रिजर्व ने जिस दिन दो हजार रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने का फैसला, उसी दिन जयपुर में पुलिस ने योजना भवन स्थित सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DOIT) के कार्यालय से दो करोड़ से अधिक की ब्लैक मनी बरामद की है। इस नकदी के साथ ही एक किलो को गोल्ड बिस्कुट भी बरामद किया गया है।
कयास ये लगाए जा रहे है कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि काला धन विभाग के सरकारी अधिकारियों का है जिन्होंने वहां करोड़ो रूपये और सोना छिपाया था। पैसा उन ठेकेदारों के माध्यम से अर्जित किया गया था जिन्हें कुछ महीने पहले ठेके आवंटित किये गए थे। हालांकि अभी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। शुक्रवार देर रात सीएस द्वारा पीसी कर इस मामले का खुलासा किया गया। योजना भवन के DOIT में 2 करोड़ 31 लाख रुपए कैश और 1 किलो गोल्ड मिलने की जानकारी का पीसी में खुलासा किया गया है। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सरकारी विभाग में इतनी बड़ी मात्रा में कैश और गोल्ड मिलने के बाद महकमे में सनसनी फैल गई है। अब पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं।
पुलिस विभाग के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है और अधिकारियों पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मामले की पूरी अपडेट पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं। इस पूरे मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है।
आपको बता दें योजना भवन में आईटी विभाग से लेकर जन आधार जैसे महत्वपूर्ण विभागों के ऑफिस हैं और यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं, ऐसे में इस मामले में चूक कहां हुई है, यह सवाल पूछा जा रहा है।
देर रात सीएस ऊषा शर्मा, डीजीपी उमेश मिश्रा और जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने इस घटना की पीसी कर जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने पीसी कर बताया कि DOIT के फाइलों का डिटिलीकरण काम चल रहा था। दफ्तर में दो अलमारी की चाबी नहीं मिलने पर उनके लॉक को तोड़ा गया था।इसी दौरान सूटकेश मिला। उसी में यह नगदी और गोल्ड मिला। इसके बाद कर्मचारियों ने इसकी सूचना अशोक नगर थाने में दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे कैश और गोल्ड को सीज किया गया ।