राजस्थान के उदयपुर में जमीन कन्वर्जन के घूसकांड में आरोपी रहे आईएएस (IAS) कुँजीलाल मीणा (Kunji Lal Meena) और उनके रिश्तेदारों की प्रोपर्टी की जाँच एसीबी (ACB) कर रही है। इसी क्रम में एसीबी के एडिशनल एसपी पीयूष दीक्षित ने नगर निगम आयुक्त और यूआईटी सचिव को कुंजीलाल मीणा समेत उनके 21 रिश्तेदारों के नाम भेजकर उनके नाम से रजिस्टर्ड प्रोपर्टी की डिटेल मांगी है।
एसीबी ने पूछा है कि क्या इन 21 लोगों के नाम से कोई संपत्ति अलवर शहर/जिले में रजिस्टर्ड है? दरअसल इस घूसकांड की जांच अलवर एसीबी के एएसपी पीयूष दीक्षित कर रहे हैं। उन्होंने दोनों अधिकारियों को लिखा है कि आईएएस कुंजीलाल मीणा व अन्य व्यक्तियों के नाम से खरीदी व बेची गई संपत्ति एवं वर्तमान में मौजूद व्यावसायिक भूखंड, आवासीय भूखंड, भवन, दुकान, मॉल, कॉम्पलेक्स, फ्लैट, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल व कॉलेज, पेट्रोल पंप आदि की जानकारी
एसीबी ने कुंजीलाल मीणा, उनकी पत्नी उर्मिला मीणा दो बेटे नवीन मीणा व नवनीत मीणा, पांडूराम मीना सवाई माधोपुर, भवानी सिंह पुत्र पांडूराम मीणा सवाईमाधोपुर, रमेश पुत्र पांडूराम, अनीता पत्नी रमेश गंगापुर सवाई माधोपुर, लोकेश कुमार पुत्र पांडूराम गंगापुर सवाई माधोपुर, मनीष पत्नी लोकेश गंगापुर, सवाई माधोपुर, रामलाल पुत्र हरनारायण बिन्जारी सवाई माधोपुर, रामकरण पुत्र हरनारायण बिन्जारी सवाई माधोपुर, अनोखी देवी पत्नी घमंडी रामसिंह पुरा बामणवास सवाई माधोपुर, बृजमोहन लाल पुत्र मोतीलाल रामसिंहपुरा सवाई माधोपुर, मुकती पत्नी बृजमोहन लाल मीणा रामसिंहपुरा बामणवास सवाई माधोपुर, धनसिंह पुत्र बृजमोहन लाल मीणा रामसिंहपुरा सवाई माधोपुर, सीमा सिंह पत्नी धनसिंह रामसिंहपुरा सवाई माधोपुर, नाहर सिंह पुत्र बृजमोहनलाल मीना रामसिंह पुरा, बामणवास सवाई माधोपुर, कमला पत्नी नाहर सिंह मीणा रामसिंहपुरा बामणवास सवाई माधोपुर, यक्ष भखंड पुत्र जसराम सरस्वती नगर जयपुर की जानकारी मांगी है।
क्या था मामला
इसी साल 21अप्रैल को परिवादी डॉ. देवीलाल चौधरी ने जयपुर एसीबी स्पेशल यूनिट-2 में शिकायत की थी। शिकायत में देवीलाल ने कहा था कि मैंने अपनी जमीन को रिसोर्ट के लिए कन्वर्ट करने और जमीन के बीच में आ रही सरकारी भूमि को खरीदने के लिए उदयपुर यूआईटी में ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके लिए दलाल लोकेश पुत्र शांतिलाल जैन ने मुझसे यूडीएच के प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा और संयुक्त सचिव मनीष गोयल के नाम पर 12 लाख की रिश्वत मांगी। एसीबी जयपुर ने 8 मई को दलाल लोकेश जैन को उदयपुर में यूआईटी के बाहर परिवादी से 12 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इसमें कुंजीलाल और मनीष के नाम भी सामने आए थे। इसका ऑडियो भी सामने आया था। जिसमें दलाल ने कई बार कुंजीलाल के पीएस, जेएस मनीष और मंत्री का नाम लिया था। रिश्वत की डील करने के दौरान ही 21 अप्रैल को डॉ. देवीलाल ने यूडीएच प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा और संयुक्त सचिव मनीष गोयल के लिए रिश्वत मांगने वाले दलाल लोकेश के खिलाफ एसीबी जयपुर में शिकायत दर्ज करवा दी थी।