संसद के मॉनसून सत्र में पेश होगा UCC बिल, राज्यसभा में होगा आसानी से अनुमोदन !
संसद का मॉनसून सत्र 17 जुलाई से शुरू हो सकता है और सूत्रों के हवाले से खबर है कि समान नागरिक आचार संहिता (UCC Bill) को लागू करने वाला बिल इसी मॉनसून सत्र में लाया जा सकता है। आपको बताते चले कि समान नागरिक आचार संहिता को लागू करना बीजेपी के चुनाव घोषणा पत्र का हिस्सा है और पिछले सप्ताह मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर बहस छेड़कर साफ संकेत दिए थे कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी इसे जीत का मंत्र मानती है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने विधि आयोग से एक महीने के भीतर प्रस्तावित UCC बिल को लेकर राय मांगी थी। यह तारीख 14 जुलाई को खत्म हो रही है। आयोग ने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) को लेकर लोगों से राय मांगी थी। इसके लिए एक महीने का वक्त दिया गया है, जो 14 जुलाई को समाप्त हो रहा है। माना जा रहा है कि विधि आयोग इसके तुरंत बाद सरकार को अपना सुझाव दे सकता है।
UCC को लेकर हो चुकी कैबिनेट मीटिंग
पिछले बुधवार को हुई कैबिनट मीटिंग में भी समान नागरिक संहिता पर बात की गई है। यदि मॉनसून सेशन में इसे लाया जाता है तो फिर निश्चित तौर पर संसद की कार्य़वाही हंगामेदार रहेगी। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी की एक कार्यकर्ता के सवाल पर इसका जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि एक ही देश में आखिर दो कानून कैसे चल सकते हैं। उन्होंने इसके साथ ही पसमांदा मुसलमानों को भी साथ लाने की बात कही।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(एआईएमपीएलबी) समेत मुस्लिम संगठन और विपक्षी दल यूसीसी लाए जाने के विरोध में हैं। जाहिर तौर पर संसद में इसे लेकर हंगामा देखने को मिल सकता है। इस पर भी सबकी नजर है कि सरकार राज्यसभा में यूसीसी पर बिल किस तरह पास कराती है।
क्या रहेगा राज्यसभा का गणित
- 245 सदस्यों की राज्य सभा में अभी 237 सदस्य हैं।
- आठ स्थान खाली हैं, जिनमें दो मनोनीत सांसदों की सीट भी शामिल।
- बहुमत का आंकड़ा फिलहाल 119 है।
- बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के पास अभी 109 सांसद हैं।
- इनमें बीजेपी के 92, एआईएडीएमके 4 सांसद हैं।
- एजीपी, एनपीपी, एसडीएफ, आरपीआई, एमएनएफ, टीएमसीएम और पीएमके के एक- एक सांसद मिला कर 7 सांसद
- और पांच मनोनीत और एक निर्दलीय सांसद का समर्थन हासिल है।
- इसके बावजूद एनडीए बहुमत के आंकड़े से 10 की दूरी पर रह जाती है।
- राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के 10 सांसद हैं। इनमें से 3 दिल्ली से और 7 पंजाब से हैं. अगर आप यूसीसी पर बीजेपी को समर्थन दे देती है, तो बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार कर जाएगी।
ऐसे पास होगा राज्यसभा में UCC
बहुमत से दूर होने के बावजूद भी समान नागरिक संहिता का बिल राज्यसभा में पारित कराने के लिए सरकार को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होगी। बीजेपी को बीजेडी, बीआरएस, वायएसआरसीपी और AAP का समर्थन चाहिए। AAP के 10, बीजेडी के 9, वायएसआरसीपी के 9 और बीआरएस के 7 सांसद राज्यसभा में हैं। बीजेडी समर्थन का ऐलान कर चुकी है, वहीं आम आदमी पार्टी भी सैद्धांतिक तौर पर पक्ष में है। BRS बिल देख कर फैसला करेगी। हालांकि, YSRCP विरोध कर सकती है। ऐसे में AAP और बीजेडी को मिलाकर यह आंकड़ा बहुमत के पार जा सकता है।