संसद के विशेष सत्र चल रहा है। इस दौरान आज तीसरे दिन कार्यवाही होनी है और महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर चर्चा भी हो सकती है। संसद की कार्यवाही पहली बार संसद की नई बिल्डिंग (New Parliament) में हुई। इससे पहले पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल (Central Hall) में कई नेताओं ने वहां से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं। उन्होंने पुराने संसद भवन के महत्व के बारे में बताया और नई पार्लियामेंट बिल्डिंग को लेकर उम्मीदें भी जताईं। इसके बाद सभी सांसदों ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ नई बिल्डिंग में प्रवेश किया। नए संसद भवन में जाते समय कांग्रेस नेता अधिर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhury) के हाथ में संविधान की किताब थी। अब उन्होंने संविधान की नई किताब को लेकर एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस संविधान में सोशलिस्ट सेक्युलर शब्द नहीं है।
लोकसभा में कांग्रेस के सदन के नेता अधिर रंजन चौधरी का कहना है कि संविधान की नई किताब की प्रस्तावना (Preamble) से सोशलिस्ट सेक्युलर (Socialist Secular) शब्द गायब है।उन्होंने कहा, नई पार्लियामेंट बिल्डिंग में प्रवेश के दौरान यह किताब हमारे हाथ में थी। हमें पता है कि साल 1976 में संविधान संशोधन करके यह शब्द जोड़ा गया था।
उन्होंने कहा, अगर कोई आज आपको संविधान की नई कॉपी दे और उसमें यह शब्द न हो तो यह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। उनकी मंशा पर शक है। इसे बड़ी ही चतुराई के किया गया है। मेरे लिए तो यह चिंता का विषय है। मैंने इस मामले को उठाने की कोशिश की, लेकिन मुझे इसका अवसर ही नहीं दिया गया।