राजस्थान के उदयपुर जिले में मंगलवार दिन में दो लोगों ने धारदार हथियार से टेलर कन्हैयालाल की मालदास की सहरी में कर दी। उनके शव का बुधवार को उदयपुर के अशोक नगर श्मशान घाट में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के बीच अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले बीती रात स्थानीय प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। अंतिम संस्कार के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
इसी बीच एनआईए (NIA) ने राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों द्वारा टेलर कन्हैया लाल की ‘नृशंस हत्या’ के संबंध में यूएपीए (UAPA) कानून के तहत मामला दर्ज किया है। एजेंसी सूत्रों ने कहा कि आरोपी देशभर में जनता के बीच आतंक फैलाना’ चाहते थे।
उदयपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। रियाज के परिजनों का कहना है कि उसने परिवार से रिश्ता तोड़ लिया था। इंटेलीजेंस सूत्रों के मुताबिक, हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद अजमेर शरीफ की दरगाह जाना चाहते थे, लेकिन उससे पहले ही राजसमंद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
भीलवाड़ा में उदयपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी रियाज का परिवार रहता है और रियाज के चार भाई यहीं रहते हैं। उनके अनुसार रियाज कुछ साल पहले ही उदयपुर आया था। उदयपुर में उसका ससुराल है और वह कभी-कभार ही अपने भाइयों से संपर्क करता था।
गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव ने बताया पाकिस्तान कनेक्शन
गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री निवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद कहा कि एक आरोपी के पाकिस्तान के साथ ही अरब देशों और नेपाल में मूवमेंट पाया गया है। यह आरोपी साल 2014-15 में 45 दिन कराची रहा और ट्रेनिंग ली। इसके बाद 2018-19 में अरब देशों में रहा। साथ ही नेपाल में भी इसका मूवमेंट रहा। आरोपी ने फोन से 8-10 फोन नम्बर भी मिले हैं जिनके संपर्क में आरोपी था। उधर, मामला राज्य सरकार द्वारा एनआईए को सौंप दिया गया है। एटीएस और एसओजी मामले में सहयोग करेगी।
जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी दावत-ए-इस्लामी नाम के पाकिस्तानी संगठन से जुड़े हैं। रियाज और गौस की पाकिस्तान के नंबरों पर खूब बातचीत होती थी। राज्यमंत्री यादव ने इनके कराची में ट्रेनिंग लेने का भी दावा किया है। बताया गया कि दोनों ने 2014-15 में करीब 15 दिन कराची में एक मौलाना से ट्रेनिंग ली थी। दोनों पाकिस्तान के आका के बुलावे पर नेपाल के रास्ते वहां गए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रियाज पाकिस्तान में कराची के एक मौलाना के संपर्क में था। आशंका जताई जा रही है कि कन्हैयालाल का मर्डर पूरी तरह से प्री-प्लान्ड था। दोनों मिलकर दहशत फैलाना चाहते थे। कराची से लौटने के बाद रियाज और गौस मौहम्मद ने वॉट्सएप ग्रुप बनाए थे। ग्रुप के जरिए ही रियाज भड़काऊ वीडियो भेजकर ब्रेन वॉश कर रहा था। दोनों मिलकर उदयपुर और आसपास के इलाकों में कट्टर समर्थक तैयार कर रहे थे। इन लोगों ने बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ा भी था।
इससे पहले कन्हैया लाल को हाल ही में स्थानीय पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के संबंध में गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें मामले में जमानत मिल गई थी। 15 जून को उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर मामले का निपटारा किया था। हत्या के बाद, पुलिस ने लापरवाही के आरोप में एक सहायक उप-निरीक्षक को निलंबित कर दिया है। इससे पहले, 17 जून को एक और भड़काऊ वीडियो बनाया गया था, जिसमें अख्तरी ने कहा था कि जिस दिन वह हत्या करेगा, उसकी जानकारी देगा। उसने समुदाय के अन्य सदस्यों से भी ऐसे ही हमले करने का आह्वान किया था। इन वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव और बढ़ गया था।