जयपुर, 25 जुलाई। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि युवाओं की प्रतिभा का उपयोग राष्ट्र निर्माण में होना चाहिए। नेशन फर्स्ट का ध्येय लेकर संवेदनशीलता के साथ देश की प्रगति में सहभागी बनकर युवा अपनी ऊर्जा का सदुपयोग सही दिशा में कर सकते हैं।
श्री देवनानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से शुक्रवार को उदयपुर जिले के रविन्द्रनाथ टैगौर महाविद्यालय सभागार में आयोजित वीर बाला कालीबाई प्रतिभा सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। श्री देवनानी ने कहा कि आज का समय नवाचारों का समय है जिसके बल पर युवा आधुनिक दौर में तकनीक का समुचित उपयोग करते हुए राष्ट्र के पुनर्निर्माण में सहभागी बन सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को स्वरोजगार से जोड़कर स्वावलम्बी बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास करते हुए विभिन्न योजनाएं प्रारम्भ की हैं। युवाओं को चाहिए कि इन योजनाओं का लाभ लेते हुए स्वावलम्बी बनें और दूसरों को रोजगार प्रदान करने में सक्षम बनें। चर्चित खिलाड़ियों का उल्लेख करते हुए देवनानी ने कहा कि युवा अधिक से अधिक संख्या में खेल से जुड़ें और अपनी ऊर्जा का उपयोग करते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें।
श्री बाबूलाल खराड़ी ने याद किया काली बाई का बलिदान—
शिक्षा और शिक्षक को बचाने के लिए अंग्रेजों से भिड़ जाने और अपनी जान देने वाली वीर बाला काली बाई के बलिदान का स्मरण करते हुए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा को लेकर अपना सर्वाच्च बलिदान देने वाली काली बाई विद्यार्थियों के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।
उदयपुर जिले की 800 से अधिक प्रतिभाएं सम्मानित—
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्र की 800 युवा प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। जिले भर के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के मेधावी विद्यार्थी, विश्वविद्यालयों के गोल्ड मेडलिस्ट, एग्रीकल्चर, मेडिकल, फार्मेसी, एनएसएस, एनसीसी, खेलों में चयनित छात्रों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अश्विनी शर्मा, प्रांत संगठन मंत्री वीरेंद्र सिंह शक्तावत, विभाग संगठन मंत्री रवि शंकर दमामी, महानगर अध्यक्ष डॉ शैलेंद्र सिंह राव, महानगर मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, मीरा कन्या महा विद्यालय इकाई अध्यक्ष माया बामनीया भी उपस्थित रहे।