श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की हत्या को लेकर लोगों के मन में बस एक ही सवाल है। वो ये कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) के गुर्गे रोहित गोदारा ने सुखदेव सिंह को क्यों मरवाया? 3 दिसंबर 2022 को गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड के बाद लॉरेंस गैंग ने शेखावाटी में दहशत फैलाने के लिए रोहित गोदारा के जरिए व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों से फिरौती वसूलना शुरू कर दिया था। इनमें से कई कारोबारी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के करीबी थे। लॉरेंस गैंग की धमकियों के बाद गोगामेड़ी और गैंगस्टर आनंदपाल के छोटे भाई मंजीत पाल सिंह उन पीड़ित व्यापारियों और प्रॉपर्टी कारोबारियों के पक्ष में खुलकर सामने आ गए थे। करीब एक साल पहले रतनगढ़ निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी महिपाल सिंह को गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम पर धमकी दी गई थी। फिरौती का यह मामला राजू ठेहट हत्याकांड के ठीक पांच दिन बाद सामने आया। 8 दिसंबर 2022 को महिपाल सिंह के फोन पर WhatsApp से वॉयस मैसेज आया कि 'मैं रोहित गोदारा हूं, 15 दिसंबर तक 50 लाख रुपये का इंतजाम कर लेना । वरना सीकर का नतीजा तो आप देख ही चुके हैं। अगर आगे भी काम करना है तो ये रकम देगी होगी।''
गैंगस्टर राजू ठेहट और श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मास्टरमाइंड एक ही है। सूत्रों के अनुसार बीकानेर का मोस्ट वांटेड 1 लाख का इनामी वीरेंद्र चारण ही हत्या का मुख्य मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
वीरेंद्र चारण,रोहित गोदारा की गैंग को राजस्थान में ऑपरेट कर रहा था। गोगामेड़ी की हत्या के पीछे चूरू के एक प्रॉपर्टी डीलर से वसूली का विवाद सामने आ रहा है।
सूत्र बता रहे है कि रोहित गोदारा ने प्रॉपर्टी डीलर से 50 लाख की डिमांड की थी। गोगामेड़ी ने प्रॉपर्टी डीलर के सपोर्ट में आकर लॉरेंस गैंग को पैसे देने से मना कर दिया था। इसी कारण लॉरेंस गैंग ने गोगामेड़ी का मर्डर करा दिया।