8 9 दिसंबर की रात से भारत की अरुणाचल से लगती चीनी सीमा जिसे वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) भी कहा जाता है, कड़ाके की सर्दी में बहुत गर्म हो उठी और इस बार भारतीय सेना ने गलवान झड़प के ठीक विपरीत नई स्ट्रेटजी को इस्तेमाल कर दुश्मन को धूजने पर मजबूर कर दिया। भारतीय सेना ने जिस तरीके का जोहर तवांग के यांगस्ते गांव के पास LAC पर दिखाया है,वह आने वाले दिनों में एक मिसाल के रूप में जाना जाएगा।
चीनी पोस्ट से फायर किए गए वार्निंग फायर शॉट्स
इस झड़प में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि चीनी इलाके वाली पोस्ट से भारतीय सेना के सैनिकों की तरफ वार्निंग शॉट फायर किए गए। इसका सीधा मतलब यह था कि भारतीय सेना उनके इलाके में घुसकर उनकी पोस्ट के करीब पहुंच गई थी ऐसे में चीनी सेना ने डरते हुए यह मैसेज देने की कोशिश की कि चीनी पोस्ट की तरफ ना बढ़ा जाए।
इस बार भारतीय सेना तवांग की LAC पर किसी भी हिमाकत के लिए पहले से ही तैयार थी और भारतीय सेना की तीन यूनिट उसी इलाके में पोस्टेड थी जहां पर झड़प की घटना को अंजाम दिया गया। इस पूरी झड़प के दौरान लगभग 09 भारतीय सेना के जवान घायल हुए हैं तो वही चीन की ओर से लगभग 22 सैनिक घायल होने की खबर है। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच आमने-सामने की लड़ाई लगभग 25 से 30 मिनट तक चली। ऐसा प्रतीत होता है कि भारतीय सेना को पहले ही इस बात का अंदेशा था कि चीनी पक्ष की ओर से कोई गलत हिमाकत तवांग से लगती एलएसी पर की जा सकती है और भारतीय सेना ने इस पूरे इलाके में अपनी इंटेलिजेंस यूनिट को सक्रिय कर रखा था। यही कारण था कि सैकड़ों की संख्या में चीनी सैनिको के एलएसी के पास आने के बाद में भी चीनी सैनिकों को उल्टे पैर भागना पड़ा क्योंकि सूत्र बताते हैं कि इस बार चीनी योजना फेल हो गई थी और चीनी सैनिकों की तुलना में यकायक भारतीय सैनिकों की संख्या ज्यादा होती चली गई थी। भारतीय सेना के जवान चीनी सैनिकों को मारते हुए के LAC को क्रॉस कर चीनी पोस्ट की तरफ बढ़ने लगे तभी डर के मारे चीनी पोस्ट से वार्निंग के लिए गनफायर शॉट्स लगाए गए।
पत्थरबाजी और आपसी झड़प के साथ लाउड स्पीकरों पर धमकियां
यांगस्ते गाँव में चीन से लगती है सीमा पर जैसे ही चीनी सैनिक अपनी योजना के अनुसार भारी संख्या में भारतीय पक्ष की ओर बढ़ने की कोशिश करते नजर आए तो शुरुआत में ही भारतीय सीमा भारतीय सैनिकों की टीम ने लाउडस्पीकर से चीनी सैनिकों को वार्निंग देने की कोशिश की और इसके बाद दोनों ओर से लाउडस्पीकर से तेज आवाज में धमकियां दी गई। इसके बाद चीनी सैनिकों ने जैसे ही पत्थर बाजी की शुरुआत की तो भारतीय सैनिकों ने ईंट का जवाब पत्थर से देना शुरू कर दिया। इसके साथ ही भारतीय सेना की ओर से और अधिक सैनिकों का जमावड़ा झड़प स्थल पर हो गया। पत्थर बाजी के दौरान दोनों सेनाओं के बीच वन टू वन फाइट भी हुई जिसमें 22 से ज्यादा चीनी सैनिक घायल हो गए। कई चीनी सैनिकों की हड्डियां चटका दी गयी। इसके बाद भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों को चीनी पोस्ट की ओर खदेड़ने लगे। इस बार भारतीय सेना उनकी पोस्ट (चीनी सीमा) के करीब आ गयी और डर के मारे चीनी पोस्ट से चीनी सैनिक फायर के वार्निंग शॉट्स मारने लगे।
सूत्र बता रहे कि चीनी सैनिकों में डर के मारे ये हाल था कि सैनिक पीछे की ओर अपनी पोस्ट की तरफ भागने लगे थे। अपुष्ट तौर पर जानकारी मिली है कि इस बार भारतीय सेना ने 6 चीनी सैनिकों को बंधक बना कर कुछ घंटे अपने पास भी रख लिया था लेकिन बाद में संवाद के बाद इन सैनिकों को वापिस चीन के सुपुर्द कर दिया था।
इस बार भारतीय सेना ने अपना टशन दिखाते हुए न केवल चीनी सैनिकों की जमकर पिटाई की बल्कि उनकी सीमा में घुस चीन की पोस्ट पर सैनिकों को डरा भी दिया।