भारत के नवनिर्मित संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा होने जा रहा है। उद्धाटन का विपक्षी पार्टियां ये कह कर विरोध कर रही है कि उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों न करवा कर राष्ट्रपति से करवाया जाना चाहिए था।बरहाल 25 पार्टियां संसद भवन के उद्घाटन में पहुंच रही है वही 21 पार्टियों ने उद्घाटन में भाग लेने से इनकार कर दिया है।
दो चरणों में पूरा होगा उद्घाटन
28 मई को सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक वैदिक विधि विधान के साथ हवन और पूजा का कार्यक्रम रखा गया है। पूजा के लिए पंडाल गांधी मूर्ति के पास लगाया जाएगा।पूजा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा डिप्टी चेयरमैन सहित कई अन्य मंत्री उपस्थित रहेंगे। पूजा के बाद सुबह 8:30 से 9 बजे के बीच में लोकसभा के अंदर सत्ता हस्तांतरण और न्याय के प्रतीक सेन्गोल को स्थापित किया जाएगा।वहीं सेन्गोल स्थापना के बाद सुबह 9 बजे प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी जिसमें शंकराचार्य सहित कई बड़े विद्वान पंडित और साधु संतों के अलावा अलग-अलग धर्मों के विद्वान और पुजारी मौजूद रहेंगे।
उद्घाटन का दूसरा चरण दोपहर 12 बजे से होगा शुरू
उद्घाटन के दूसरे चरण में औपचारिक उद्घाटन में राष्ट्रगान के साथ दूसरे चरण का कार्यक्रम के मौक़े पर दो लघु फ़िल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद डिप्टी चेयरमैन राज्यसभा के द्वारा उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा जायेगा। इसके साथ ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता का भी संबोधन होगा। आपकों बताते चले कि विपक्ष के कई दलों ने बहिष्कार का ऐलान किया है। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के संबोधन का कार्यक्रम रखा गया है। वहीं इस मौक़े पर एक सिक्के और स्टेंप को भी जारी किया जाएगा। अंत में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा।